बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन हादसे की कहानी, यात्रियों की जुबानी, जानिए आपबीती

देश बिहार
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पटना। पटना से बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन का टिकट कटवा गुवाहाटी के लिए रवाना हुए राजू ने बताया कि घटना के वक्त उनकी बेटी नंदनी और ज्योति पत्नी सोयी हुई थी। वे मोबाइल चला रहे थे। अचानक ट्रेन कांपने लगी। देखते ही देखते बेटी और पत्नी आंखों से ओझल गईं। चारों तरफ लोग अपने-अपने परिवार को खोज रहे थे। वह भी अपनी बेटी और पत्नी को खोजने लगे। बेटी का हाल ही में ऑपरेशन हुआ है। वह दर्द से चिल्ला रही थी। देखा कि उसके ऊपर एक बड़ा सूटकेश गिरा हुआ है और पत्नी उसे उठाने की कोशिश कर रही है। यह हादसा जीवन भर याद रहेगा।

ऐसा किसी के परिवार के साथ न हो। पटना से गुवाहाटी जानेवाले सैयद राकेश अली ने बताया कि ट्रेन काफी रफ्तार से जा रही थी। अचानक तेज झटका लगा और ट्रेन रुक गई। झटके के साथ वे सीट के नीचे गिर पड़े। अल्लाह का शुक्र है कि सिर्फ चोट लगी, जान बच गई। वे तीन लोग एस-6 में तीन लोग सफर कर रहे थे। न्यू जलपाइगुड़ी से आगे बढ़ने पर यह हादसा हुआ। इसी बोगी में पटना से चढ़े लल्लू की इस हादसे में मौत हो गई।

उनकी सीट बाथरूम के पास थी। वे यूपी के बांदा के रहनेवाले थे। उनके मित्र शशांक तिवारी ने बताया कि वे लोग तीन दोस्त पटना से चढ़े थे। कानपुर से टिकट नहीं मिलने के कारण पटना से टिकट कटाये थे।