- 23 और 24 फरवरी को होनेवाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल की सफलता को लेकर बनी रणनीति
रांची। सीसीएल दरभंगा हाउस मुख्यालय परिसर में कंपनी में संचालित सभी ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक 27 जनवरी को हुई। इसमें 23 और 24 फरवरी को होनेवाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सीसीएल में सफल बनाने की तैयारी पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता यूसीडब्ल्यूयू (एटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने की।
हड़ताल तक सभी तरह की तैयारी और आपसी समन्वय बनाए रखने के लिए एक कोर कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में सीसीएल में संचालित सभी यूनियनों के एक-एक प्रतिनिधि को शामिल किया गया। यूसीडब्ल्यूयू (एटक) के लखनलाल महतो को संयोजक बनाया गया है।
इसमें आरसीएमएस (इंटक) से अनूप सिंह (जयमंगल सिंह), एनसीओईए (सीटू) के आरपी सिंह, सीएमयू (एचएमएस) से रघुनंदन राघवन, एक्टू के सुभेंदु सेन, जेएमएस (एच एम एस) से हरिशंकर सिंह, आरकेएमयू (एचएमएस) से राजेश कुमार सिंह, जेसीएमयू (सीटू) से फागू बेसरा, एजेकेएसयू (एटक) से सतीश सिन्हा, जेसीएमयू (एटक) के बेनी लाल महतो शामिल हैं।
मौके पर ऑल इंडिया कोल वर्कर फेडरेशन के महासचिव डीडी रामानंदन भी उपस्थित थे। इसके अलावे नान्हू सिंह, आरपीसिंह चंदेल, पियस सिंह, अरविंद शर्मा, महादेव मांझी, बैजनाथ मिस्त्री, जगन्नाथ साहू, संतोष सिन्हा, भारत महतो समेत कई नेता उपस्थित थे।
बैठक में ये फैसले लिए गए
सभी यूनियनें 7 फरवरी को हड़ताल का नोटिस प्रबंधन को देगी।
हड़ताल के मुद्दों को सीसीएल और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक रूप से प्रचारित किया जायगा। इसके लिए बड़े पैमाने पर पर्चा और अन्य सामग्री का वितरण किया जायगा। अगर कोई यूनियन इन्हीं मांगों के प्रचार के लिए पर्चा पोस्टर छपवा कर वितरित करना चाहती है तो कर सकती है।
सीसीएल के सभी एरिया में ज्यादा से ज्यादा कोयला मजदूरों, विस्थापित और आसपास के कारखानों में कार्यरत मजदूरों को लेकर जीबी मीटिंग की जायगी। इसमें सभी यूनियन के केंद्रीय के नेता भी शिरकत करेंगे। इसके आयोजन की जिम्मेवारी क्षेत्रों के सभी नेताओं की होगी।