गया। पुलिस ने बोधगया में लंबे समय से चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। इसमें डॉक्टर, नेता, फर्जी पत्रकार व सोशल एक्टिविस्ट सहित जिले के 1000 से अधिक लोगों का नाम सामने आया है। इस रैकेट में पुलिस ने एक फर्जी पत्रकार को भी दबोचा है। पुलिस ने जब कथित पत्रकार को दबोचा तो उसने दलील भी देनी शुरू कर दी।
पुलिस को बताया कि वह स्टिंग करने आया था. लेकिन थोड़ी ही देर में पुलिस ने उसे हकीकत का सामना भी करा दिया। दरअसल बोधगया डीएसपी अजय कुमार की टीम ने अनैतिक देह व्यापार में संलिप्त एक फर्जी पत्रकार व सोशल एक्टिविस्ट सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 16 स्मार्ट फोन व कोलकाता के सोनागाछी की रहनेवाली दो युवतियों को बरामद किया गया है। एसएसपी आदित्य कुमार व सिटी एसपी राकेश कुमार ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार युवकों में फर्जी पोर्टल पत्रकार गया जिले के बोधगया थाना क्षेत्र के भागलपुर गांव का रहनवाले संजय सिंह का बेटा शुभम कुमार भी है। पुलिस की पकड़ में आए सुशासन का सच नामक फर्जी पोर्टल के पत्रकार शुभम कुमार ने प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी व सिटी एसपी के सामने बताया कि सुशासन का सच पोर्टल के उनके सीनियर बॉस सुधांशु हैं, जो गया स्टेशन के आसपास रहते हैं। पकड़ाए फर्जी पत्रकार ने बताया कि उसे सूचना मिली थी कि उसके सीनियर बॉस सुधांशु बोधगया के एक होटल में सेक्स रैकेट चलाते हैं। इसी सूचना पर वह होटल में अपने परिचित सोशल एक्टिविस्ट कृष्णा कुमार पांडेय के साथ वहां गया था। वहां का माजरा देख वह पुलिस को फोन करनेवाला था कि बोधगया की पुलिस ने वहां छापेमारी कर दी।
इधर एसएसपी ने कहा कि अगर आप दोनों वहां स्टिंग ऑपरेशन करने गए थे, तो उन दोनों के मोबाइल फोन में कोलकाता के सोनागाछी की रहनेवाली उन्हीं युवतियों का अश्लील फोटो कैसे है, जो सेक्स रैकेट के सरगना मुकेश उर्फ सुरेश ठाकुर के मोबाइल फोन में है। प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी ने उनके मोबाइल फोन के वाट्सएप में मौजूद युवतियों का फोटो मीडिया के सामने पेश किया। एसएसपी ने सिटी एसपी व बोधगया डीएसपी को आदेश दिया कि फर्जी पोर्टल चलाने वाले सुधांशु की पहचान कर उसे गिरफ्तार करें।