चंदवा (लातेहार)। लातेहार के चंदवा की कामता पंचायत की ग्राम चटुआग की तलहटी पर बसा आदिम जनजाति बहुल परहैया टोला में दो माह से अंधेरे में है। दो माह पहले जला ट्रांसफार्मर अब तक बदला नहीं गया है। इससे ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश हैं। इसकी वजह से एक महिला की मौत भी हो गई है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता अयुब खान, पूर्व पंचायत समिति सदस्य फहमीदा बीवी, मुखिया पति नरेश भगत ने इलाके का दौरा किया। आदिम जनजाति परिवारों से मुलाकात की। बिजली से संबंधित जानकारी ली।
ग्रामीण सनिका मुंडा, सावन परहैया, नेमा परहैया, बिफइ परहैया, एतवा मुंडा, सुरेंद्र परहैया, रतिया नगेशिया, बुधराम मुंडा, दाउद होरो, सनिचरवा परहैया, राजकुमार परहैया, परदेशी परहैया, ललु परहैया, रामबृछ गंझु ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने से गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इससे ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह जंगली इलाका है। रात में अंधेरा होने के कारण कुछ भी दिखाई नहीं देता है।
ग्रामीणों ने बताया कि अंधेरा के ही कारण गांव में एक परहैया जाति की महिला को सांप ने काट लिया। इससे उसकी मौत हो गई। स्थिति यह है कि काम धंधा छोड़कर मोबाइल चार्ज के लिए ग्रामीण चंदवा और दूसरे टोले जा रहे हैं। आज भी कुछ घरों तक पोल और तार भी नहीं पहुंच पाया है। बिजली को लेकर बच्चे, पुरुष, महिलाएं सभी परेशान हैं। ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति तत्काल बहाल करने की मांग की।