धोनी के कॉलेज के 50 साल पूरे, कल से होगा स्वर्ण जयंती महोत्सव

झारखंड शिक्षा
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  • मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कई लोग होंगे उपस्थित

रांची। झारखंड की राजधानी रांची स्थित गोस्सनर कॉलेज के 50 साल पूरे हो गये हैं। कॉलेज का दो दिवसीय स्‍वर्ण जयंती समारोह 17 नवंबर से शुरू हो रहा है। महेंद्र सिंह धोनी ने भी इसी कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है।

कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो इलानी पूर्ति ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि‍ राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विशिष्ट अतिथि वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, शिक्षा मंत्री जगरन्नाथ महतो सहित अन्य होंगे।

इतिहास विभाग के प्रोफेसर बलवीर केरकेट्टा ने बताया कि 01 नवंबर 1971 को कॉलेज की स्‍थापना हुई थी। बिहार सरकार द्वारा अल्पसंख्यक लोगों के लिए चलाए जाने वाला यह पहला कॉलेज है। इसकी शुरुआत बेथेसदा से हुई थी। बेथेसदा आज स्कूल के रूप में मौजूद है।

प्रोफेसर केरकेट्टा ने यह भी बताया कि इस कॉलेज की शुरुआत मात्र 56 रुपये 50 पैसे से हुई थी। संस्थापक निर्मल मिंज आज इस दुनिया में नहीं है। हालांकि कॉलेज उनके बनाये अनुशासन पर चलता है। शिक्षकों को वेतन देने की तब क्षमता नहीं थी। फिर भी उन्होंने इस कॉलेज को मजबूती से बनाए रखा। अनुसूचित जाति और जनजाति के उत्थान के लिए उन्होंने कार्य किया। सामाजिक कार्य में भी हमेशा आगे रहे।

इस कॉलेज की शुरुआत लूथरन चर्च द्वारा और उनकी मदद से की गई। वर्तमान में कॉलेज बिल्डिंग में शुरू हो चुका है। अभी भी कई काम हो रहे हैं। कॉलेज में अभी लगभग 28 डिपार्टमेंट है, जिसमें 200 से ज्यादा कर्मचारी हैं। विद्यार्थियों की संख्या 13,000 से ऊपर है। सरकार द्वारा सृजित 54 शिक्षक के पद हैं।

गोस्सनर महाविद्यालय के कई पूर्ववर्ती/एलुमनी छात्र विभिन्न क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी भी यही से पढ़े हैं। यह कॉलेज पूरे राज्य में एकमात्र ऐसा कॉलेज है, जिसने जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू कराई।

हिंदी विभाग के प्रोफेसर प्रशांत गौरव ने बताया कि सभी विद्यार्थी और शिक्षक स्वर्ण जयंती मना रहे हैं। मास कम्युनिकेशन वीडियो प्रोडक्शन की प्रो महिमा गोल्डन ने बताया कि कॉलेज में प्रदर्शनी के तौर पर कॉलेज का पहला प्रतिरूप रखा जाएगा। कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।

मौके पर कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो ईलानी पूर्ति, वर्सर प्रो आशा रानी केरकेट्टा,  प्रो डॉ प्रशांत गौरव, प्रो संतोष कुमार, इतिहास विभाग के प्रो बलबीर केरकेट्टा, प्रो महिमा गोल्डन बिलुंग, कॉलेज के विद्यार्थी सहि‍त अन्य मौजूद थे।