रांची। झारखंड की राजधानी रांची से सटे कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में कार्यरत मशरूम उत्पादन ईकाई में बटन मशरूम की खेती एवं उत्पादन प्रौद्योगिकी पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण 16 सितंबर से शुरू होगा। इसमें भाग लेने के लिए सोमवार से किसानों ने पंजीयन कराना शुरू कर दिया है। कोविड-19 को देखते हुए पहले बैच में 20-25 लोगों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। सोमवार को रांची, रामगढ़ एवं लातेहार के 12 किसानों ने पंजीयन कराया।
मशरूम उत्पादन ईकाई प्रभारी डॉ नरेंद्र कुदादा ने बताया कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति आधार कार्ड एवं पासपोर्ट साइज फोटो के साथ फॉर्म भरकर पंजीयन करा सकता है। पंजीयन के साथ प्रशिक्षण शुल्क की राशि 1500 रुपये जमा करनी होगी। पंजीयन मशरूम उत्पादन इकाई में कराया जा सकता है।
इस दस दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण में मुख्य रूप से बटन मशरूम की खेती के लिए कम्पोस्ट निर्माण के विभिन्न चरणों की व्यावहारिक जानकारी दी जाएगी। व्यावसायिक उत्पादन तकनीकी से अवगत कराया जायेगा। प्रशिक्षण के बाद सर्टिफिकेट दिया जायेगा। प्रशिक्षण के बाद लोग सफलता के साथ बटन मशरूम की व्यावसायिक खेती से बढ़िया लाभ कमा सकते हैं।
डॉ कुदादा ने बताया कि ईकाई में हर वर्ष मौसम के अनुरूप बटन मशरूम, आयोस्टर मशरूम एवं दूधिया मशरूम उत्पादन प्रौद्योगिकी पर प्रशिक्षण दिया जाता है। सितंबर से फरवरी तक का महीना बटन मशरूम की खेती के लिए उपयुक्त है।