राष्ट्रीय जनता दल के नेता जगदानंद सिंह ने आरएसएस की तुलना तालिबान से कर दी। उसके बाद बिहार की राजनीति गरमा गई। वहीं अब नेता प्रतिपक्ष ने भी राजद प्रदेश अध्यक्ष के बयान का समर्थन किया है और राज्य की एनडीए सरकार को तालिबानियों की सरकार कहा है। इस विवादित टिप्पणी के बाद सत्तापक्ष हमलावर है।
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को एक विवादित बयान दे दिया, जिसके बाद सूबे की राजनीति गरमा गई। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को ‘भारत का तालिबान’ कह दिया। जगदानंद सिंह ने तालिबान को केवल नाम नहीं, बल्कि अफगानिस्तान की एक संस्कृति बताया और उसकी तुलना भारत में आरएसएस से कर दी। उसके बाद भाजपा इस बयान को लेकर हमलावर हो गई। जगदानंद सिंह के इस बयान की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने इस बयान का समर्थन कर दिया। तेजस्वी ने राज्य की एनडीए सरकार को तालिबानियों की सरकार बताया, जिसके बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। तेजस्वी ने कहा कि जहां भाजपा की सरकार है वहां समझिए सरकार तालिबानी चला रहे हैं और जहां नहीं है, वहां संघी तालिबान चला रहे हैं। देश में दो तरह का तालिबान है। एक सरकारी तालिबान और एक संघी तालिबान। ये दोनों ही देश में कट्टरता और धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं। वहीं भाजपा प्रवक्ता ने इस बयान को लेकर जगदानंद सिंह को घेरा है।
उन्होंने जगदानंद सिंह को हिटलर सिंह बताया। दरअसल हाल में ही लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर बताया था। उसके बाद दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। वहीं पटना पहुंचे चिराग पासवान ने देश के किसी संगठन को आतंकी संगठन तालिबान से तुलना करने का दुर्भाग्यपूर्ण और गलत बताया है।