विद्यार्थियों के पठन-पाठन और साविधिक मूल्यांकन के लिए विभाग ने उठाये कदम, ये निर्देश जारी

झारखंड शिक्षा
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रांची। कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए पठन-पाठन और साविधिक मूल्यांकन के लिए विभाग ने कदम उठाये हैं। इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्‍य परियोजना निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया ने सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखा है।

परियोजना निदेशक ने लिखा है कि कक्षा 09वीं से 12वीं के लिए विद्यालयों को खोलने की अनुमति प्रदान की गयी है। यह अपेक्षा की जाती है कि विद्यालय के खुलने के बाद अधिकाधिक संख्या में विद्यार्थी पठन-पाठन के लिए विद्यालय में उपस्थित होंगे। सभी जानते हैं कि विगत 01 वर्ष से अधिक समय तक विद्यालय बंद रहा है। इसका सीधा प्रभाव विद्यार्थियों के पठन-पाठन पड़ा है।

विद्यार्थियों के विद्यालय नहीं आने के कारण Learning Loss की समस्या हम सभी के समक्ष एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि विद्यालय में विद्यार्थियों के Learning Loss के लिए सर्वप्रथम baseline मूल्यांकन करें। पठन-पाठन को Learning Loss से जोड़ते हुये विषयवार उनके कक्षावार अध्ययन की ओर बढ़े, ताकि विद्यार्थियों को अपनी कक्षाओं के पठन-पाठन में सहूलियत हो सके।

सचिव ने दि‍ये निर्देश

कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों का विषयवार baseline किया जाये, ताकि उनके Learning Loss को शिक्षक देखते हुये अपने अध्यापन में आवश्यक बदलाव सुनिश्चित कर सके। सभी शिक्षक उक्त कार्य के लिए अपने-अपने विषयों के लिये जिम्मेदार होंगे।

baseline सर्वेक्षण से संबंधित आंकड़ों को विद्यालय में सुरक्षित रखी जाये।

baseline के परिणाम के आधार पर प्रत्येक कार्य दिवस में विद्यार्थियों को प्रारंभिक 02 घंटे में उनके Learning Loss को कम करने के लिए निचली कक्षा के विषयों का अध्यापन सुनिश्चित करें।

तदोपरांत अंतिम 02 घंटे में विद्यार्थियों के कक्षा स्तर का पठन-पाठन करायी जाये।

सभी विषयवार शिक्षक प्रत्येक 15 दिनों में अपने-अपने विषयों के लिये मूल्यांकन आयोजित करें। इसके अंतर्गत शिक्षकों द्वारा ब्‍लैकबोर्ड पर प्रश्न अंकित की जायेगी। सभी विद्यार्थी अपने-अपने कॉपी में उत्तर लिखते हुये शिक्षकों को अपनी कॉपी जमा करेंगे। सभी शिक्षक अपने अपने विषयों की कापी जांच करते हुये उसे एक सप्ताह के अंदर विद्यार्थियों को वापस करेंगे। इस मूल्यांकन में अधिकतम स्कोर 50 रखा जाये। प्रश्नों की संख्या अधिकतम 10 रखी जाये, जिसमें 05 प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे। शेष 05 प्रश्न लघु/दीर्घ उत्तरीय होंगे। विषयों का चयन चक्रानुक्रम में की जाये। प्रत्येक 15 दिन पर कम से कम 02 विषयों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाये। विद्यार्थीवार एवं विषयवार प्राप्तांकों को सुरक्षित रखेंगे।

प्रत्येक माह के अंत में राज्य स्तर से विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जायेगा। इसके लिए जेसीईआरटी द्वारा शिक्षकों को विषयवार प्रश्न पत्र ऑनलाईन माध्यम से उपलब्ध कराये जायेंगे। शिक्षकों द्वारा इन प्रश्नों को ब्‍लैकबोर्ड पर लिखते हुये कंडिका 05 की तरह मूल्यांकन कार्य करेंगे। विद्यार्थीवार एवं विषयवार प्राप्तांकों को सुरक्षित रखेंगे।

कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए पाठ्यक्रम एवं मासिक कार्ययोजना विगत वर्ष सभी शिक्षकों को उपलब्ध करायी गयी है। उक्त कार्ययोजना के आधार पर पठन-पाठन सुनिश्चित करेंगे। विद्यालय स्तर पर पाक्षिक एवं राज्य स्तर से होने वाले मासिक मूल्यांकनों के प्रश्न पत्र तैयार किये जायेंगे।

ई-विद्यावाहिनी एप पर उक्त मूल्यांकनों के प्राप्तांकों की प्रविष्टि के लिए नये मॉड्यूल का निर्माण किया जा रहा है। इसके प्रारंभ होते ही इसकी सूचना आपको दी जायेगी। इसके प्रारंभ होने के पूर्व तक जो भी मूल्यांकन कार्य हो चुका होगा। उसकी प्रविष्टि विद्यालयों द्वारा की जायेगी।

सभी संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपरोक्त सभी कार्यों के समय सम्पादन के लिए जिम्मेवार होंगे।

सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को तदनुसार निर्देशित करेंगे। समय-समय पर इसकी समीक्षा सुनिश्चित करेंगे।