रांची। ग्राहकों के हित में उठाये गये कई कदमों के कारण पिछले एक वर्ष में देश के कोयला आयात में 13% से अधिक की कमी आई है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों में भी टीम सीसीएल ने पूरे समर्पण से काम करते हुये इस वित्तीय वर्ष शानदार शुरुआत की। पहली तिमाही में कोयला उत्पादन में 51% की वृद्धि दर्ज की है। ऑफटेक में भी रिकॉर्ड 64% की बढ़त कंपनी द्वारा हासिल की गयी। एक दिन में 80 रेल रैक लोड करने का रिकॉर्ड बनाया। उक्त बातें सीएमडी पीएम प्रसाद ने कही। वे स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के बाद कर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
सीएमडी ने कहा कि सीसीएल कोरोना के इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में प्रबंधन अपने सीएसआर योजना के अंतर्गत झारखंड के 08 जिलों के साथ लगभग 10 करोड़ रुपये का एमओयू किया है। इसमें 9.50 करोड़ रुपये संबंधित जिले को दिये जा चुके है। इसके अंतर्गत सभी जिलों को आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई पाइपलाईन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने, हाईटेक ऑक्सीजन सिलेंडरयुक्त एम्बुलेंस, सेनिटाइजेशन वाहन, आईसीयू उपकरण जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है। इससे कमांड क्षेत्र एवं जिले के निवासियों को इस महामारी से बचाने में मदद मिल सकेगी। सीसीएल द्वारा लगभग 04 करोड़ रुपये की लागत से चार जिलो (रांची-2, बेकारा-1, लोहरदगा 1 एवं चाईबासा 1) में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना प्रस्तावित है।
सीसीएल द्वारा समगढ़ जिला प्रशासन एवं अक्षय पात्र संस्थान के साथ जल्द ही एमओयू किया जायेगा, जिसके अंतर्गत रामगढ़ जिले में लगभग 22 करोड़ रुपये के लागत से एक सेंट्रलाईज्ड किचन की स्थापना की जाएगी। इस किचेन में प्रतिदिन पांच हजार बच्चों के लिए मिड-डे-मिल तैयार किया जायेगा। सीसीएल बोर्ड द्वारा इस योजना की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। सीसीएल एवं अलिमको के बीच हुए समझौता के अंतर्गत रामगढ़ एवं चतरा जिले में 361 दिव्यांगों को मोटर संचालित व्हील चेयर, सुनने के उपकरण सहित अन्य उपकरण आदि प्रदान किये गये।
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सीएमडी ने कहा कि सीसीएल एवं चतरा जिला प्रशासन के बीच एमओयू किया गया है, जिसके अंतर्गत जिला प्रशासन को लगभग 3 करोड़ रुपये प्रदान किये गये हैं, जिससे जिले के 100 आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र में विकसित करने के साथ-साथ 30 स्कूलों में 54 डिजिटल क्लास रूम एवं कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर, टंडवा में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करना शामिल है। सीसीएल द्वारा अब तक रांची, रामगढ़, बोकारो, चतरा, हजारीबाग एवं लातेहार जिला प्रशासन के साथ किये जा चुके समझौते ज्ञापन के अंतर्गत कुल 728 आंगनबाड़ी केंद्रों को 10 करोड़ 92 लाख की लागत से मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों से बच्चे एवं महिलाएं अवश्य लाभांवित होंगी।
प्रसाद ने कहा कि सीसीएल एवं झारखंड सरकार की संयुक्त पहल रांची स्थित खेल अकादमी (झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी) ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी अपने कैडेट्स का प्रशिक्षण ऑनलाईन माध्यम से निर्बाध रूप से जारी रखा। जरूरत पड़ने पर उन्हें एवं उनके परिवार को भोजन सामग्री उपलब्ध करायी गयी। अकादमी द्वारा कोरोना काल में सभी कैडेट्स को नियमित स्टाईंपेड के अतिरिक्त तीन हजार रुपये की राशि दी जा रही है। उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखने के लिए टैब उपलब्ध कराया गया। हाल ही में बुडापेस्ट, हंगरी में आयोजित ‘सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप’ में जेएसएसपीएस कैडेट चंचला कुमारी ने 40 किलोग्राम वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व किया। चंचला ने अच्छा प्रदर्शन करते हुये तुर्की की पहलवान जे ओजर के साथ 4-4 अंकों से बराबरी पर मैच अंत किया। हालांकि तकनीकी आधार पर ओजर को विजेता घोषित किया गया। इस प्रकार खेल अकादमी की चंचला झारखंड की पहली अंतराष्ट्रीय पहलवान बनीं। अकादमी के प्रतिभावान कैडेट्स ने अब तक जिला राज्य राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100 से अधिक पदक जीते हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने का संकल्प लिया है। उसे सफल बनाना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। ऊर्जा क्षेत्र के प्रमुख स्तंभ होने के कारण प्रत्येक सदस्य का कर्तव्य है कि हम देश को कोयला के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनाएं।
सीएमडी ने कहा कि कंपनी अपने उपभोक्ता एवं ग्राहकों के लिए ‘फर्स्ट माईल कनेक्टिविटी’ के अंतर्गत डिस्पैच प्वाइंट तक परिवहन की सुविधा को और सुगम बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसके अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं पर सतत कार्य किया जा रहा है। यह प्रणाली कोयला परिवहन में कार्यकुशलता बढ़ाने और दो स्थानों के बीच कोयले के सड़क परिवहन की मौजूदा व्यवस्था को कंप्यूटर आधारित लोडिंग व्यवस्था में परिवर्तित करने के लिए विकसित की जा रही है।
इसी प्रकार सस्टेनेबल माईनिंग के अंतर्गत कोयला उत्पादन बढ़ाने और आने वाले वर्षों में कोयला आयात पर निर्भरता कम करने के लिए ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स को एमडीओ मोड से संचालित करने की व्यवस्था की जा रही है। इस कड़ी में एमडीओ माध्यम से शुरू की जाने वाली कोल इंडिया की प्रथम ग्रीनफील्ड परियोजना-कोतरे बसंतपुर पचमो से इसकी शुरुआत की गयी है। परियोजना के पूर्णतः विकसित होने पर 5 मिलियन टन कोयला उत्पादन होगा। साथ ही आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीणों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे। सीएसआर योजनाओं से उनके जीवनस्तर में और सुधार होगा।
सीएमडी ने कहा कि सीसीएल समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करते हुए लगातार योगदान देता रहेगा। सीसीएल देश की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने के लिए कृतसंकल्पित है। कोल इंडिया के 01 बिलियन टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर है।
प्रसाद ने कहा कि सीसीएल द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में ठोस कदम उठाये गये है। वर्ष 1992 से अब तक सीसीएल द्वारा 80 लाख से भी अधिक पौधे लगाकर सघन वनीकरण किया जा चुका है। आगामी पांच वर्षों में सीसीएल की योजना लगभग 450 हेक्टेयर से भी ज्यादा भूमि पर 11 लाख से अधिक पौधरोपण करने की है। सीसीएल द्वारा रेलवे साइडिंग के वायु की गुणवत्ता निगरानी के लिए 20 की संख्या में PM10 Analysor सभी साईंडिंग में लगाई जा चुकी है। इन मशीनों से PM10 के स्तर की रियल टाईम ऑन लाईन मॉनिटरिंग 24 घंटे की सकती है। इनमें से अधिकतर मशीनों को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से जोड़ दिया गया है।
इस अवसर पर उन्होंने एक पुस्तक का विमोचन किया। उत्कृष्ट कार्यों के लिए सुरक्षा जवानों को सम्मानित किया। मौके पर निदेशक तकनीक वीके श्रीवास्तव, भोला सिंह, सीवीओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। मंच संचालन वित्त अधिकारी एडी वाधवा ने किया।