रांची। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ झारखंड प्रदेश (प्राथमिक प्रकोष्ठ) के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा सचिव और प्राथमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन सौंपा। सदस्यों ने विभागीय संकल्प के आलोक में 12 वर्ष की लगातार सेवा पूरा करने वाले शिक्षकों को ग्रेड 2 का लाभ देने की मांग की। इसे जल्द से जल्द लागू करने की गुहार लगाई।
प्रदेश मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास ने बताया कि विभाग द्वारा 18 जुलाई, 2019 को इस संबंध में संकल्प (संख्या 1145) जारी किया गया है। दो साल बीत जाने के बाद भी शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिला है। इसके शीघ्र क्रियान्वयन के लिए शिक्षा सचिव एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही, इस कार्य को देख रहे संयुक्त शिक्षा सचिव अरविंद कुमार सिंह से मिलकर इसे गति देने की गुहार लगाई गई।
वार्ता के क्रम में प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया गया कि इस संबंध में विधि विभाग से आवश्यक मार्गदर्शन अगले सप्ताह तक उपलब्ध हो जाने की उम्मीद है। संयुक्त सचिव ने बताया कि इसके बाद उक्त संकल्प को पूरे राज्य में कार्यसंपादन करने के लिए स्पष्ट मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।
अनुकंपा के आधार पर नियुक्त वैसे शिक्षक, जिनकी नियुक्ति 2012 तक हो गई थी, उन्हें नियुक्ति तिथि से ग्रेड-1 का लाभ देते हुए वेतन निर्धारण एवं उक्त तिथि से 12 वर्ष की लगातार सेवा के फलस्वरूप ग्रेड 2 का समस्त लाभ देने का प्रावधान उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में दिया गया है। इसी को लेकर संकल्प जारी किया गया है।
सदस्यों ने कहा कि विडंबना है कि संकल्प जारी हुए दो वर्ष से भी ज्यादा बीत जाने के बाद भी कार्यसंपादित करने को लेकर विभाग से सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को कई बार दिशानिर्देश दिया जा चुका है। इसके बाद भी विभागीय पदाधिकारियों द्वारा जानबूझकर काम को लटकाया जा रहा है।
महासंघ अपनी आपत्ति विभाग के समक्ष दर्ज करा चुका है। प्रतिनिधिमंडल में महासंघ के प्रदेश संयोजक आशुतोष कुमार, प्रदेश मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास एवं शिक्षक प्रतिनिधि समीर श्रीवास्तव मौजूद थे।