जमशेदपुर। टाटा स्टील ने सेफ्टी, हेल्थ और सस्टनेबिलिटी की यात्रा में टार्चबियरर्स (पथप्रदर्शकों), इवांजेलिस्ट्स (प्रचारकों) और सुपर सस्टेनेबिलिटी चैंपियनों के योगदान को सम्मानित करने के लिए एसएचई एक्सीलेंस अवार्ड्स 2021 के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित इस समारोह में टाटा स्टील, टाटा स्टील बीएसएल, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स और एसोसिएटेड ग्रुप कंपनियों के वरीय प्रबंधन और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर टीवी नरेंद्रन ने कहा, ‘जीरो हार्म हासिल करना टाटा स्टील के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। मुझे यकीन है कि हम सिस्टम और टेक्नोलॉजी का उपयोग कर इसे हासिल कर सकते हैं। हमें सुरक्षा में रोल मॉडल बनने की दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।’
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीएफओ कौशिक चटर्जी ने दुनिया भर में पर्यावरण संबंधी चिंताओं के बारे में बात की और सभी से नए मानकों व पालन के बेहतर तरीकेअपनाने के लिए दीर्घकोलिक व अल्पकालिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। उन्होंने अग्रणी बनने के लिए अनुपालन के साथ-साथ टेक्नोलॉजी व डिजिटल की ग्राह्यता सुनिश्चित करने के लिए भी दीर्घकालिक और अल्पकालिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
सेफ्टी, हेल्थ व सस्टेनेबिलिटी के वाईस प्रेसिडेंट संजीव पॉल ने कार्यक्रम का संदर्भ निर्धारित किया। एसएचई एक्सीलेंस अवार्ड्स एवंइसकी मूल्यांकन प्रक्रिया की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के पुरस्कार और सम्मान संस्थान में वांछित संस्कृति को आकार देने में मदद करेंगे, जो अंततः मूल्य निर्माण और कॉर्पोरेट नागरिकता में ग्लोबल स्टील इंडस्ट्री बेंचमार्क होने का अपना विजन हासिल करने में कंपनी की मदद करेगी।
सभी वाईस प्रेसिडेंट ने सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने मौजूदा चिंताओं और भविष्य में उन्हें दूर करने की रणनीतियों के बारे में भी बात की।
चीफ सेफ्टी नीरज कुमार सिन्हा ने कोविड-19 महामारी के दौरान कार्यस्थल की सुरक्षा और व्यावसाय की निरंतरता के बीच संतुलन हासिल करने के लिए की गई पहलों के बारे में बात की। उन्होंने कंपनी के सुरक्षा प्रदर्शन और मौजूदा चिंताओं के बारे में भी जानकारी दी।
चीफ इन्वायर्नमेंट अमित रंजन चक्रवर्ती ने टाटा स्टील वर्क्स के साथ-साथ समुदायों में संसाधन संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और टिकाऊ अभ्यासों के माध्यम से पर्यावरण के जिम्मेदार उपयोग और संरक्षण पर जोर दिया।
चीफ सस्टेनेबिलिटी मधुलिका शर्मा ने सुपर सस्टेनेबिलिटी चैंपियन अवार्ड्स और इसकी मूल्यांकन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस साल यह पुरस्कार आंतरिक और बाहरी स्टेकहोल्डरों के बीच सस्टेनेबिलिटी की एक संस्कृति का निर्माण करने और अपने कार्यों में सस्टेनेबिलिटी प्रोजेक्ट्स को सुविधाजनक बनाने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले सस्टेनेबिलिटी चैंपियनों को प्रेरित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।