दिल्ली में स्पूतनिक वी टीके की शुरुआत में होगी देरी, जानिए वजह

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए रूस द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक-वी की दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और मधुकर रेनबो बाल अस्पताल में शुरुआत होने में कुछ दिन और की देरी होगी। अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी।

अपोलो अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो डोज वाले टीके देने की शुरुआत संभवत: 25 जून से होगी। एक अधिकारी ने इससे पहले बताया था कि अस्पताल में स्पूतनिक वी के टीके देने की शुरुआत 20 जून से होगी। मधुकर रेनबो अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन की सप्लाई में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमें अगले सप्ताह से वैक्सीनेशन की शुरुआत की उम्मीद है।

फोर्टिस हेल्थकेयर ने पूर्व में कहा था कि शनिवार से गुरुग्राम और मोहाली के अस्पतालों में स्पूतनिक वी टीके उपलब्ध होंगे, लेकिन अब तक टीका देने की शुरुआत नहीं हो पाई है। एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को टीका देने की शुरुआत नहीं हो पाई। हमें लगता है कि सोमवार को इस बारे में तस्वीर कुछ स्पष्ट हो पाएगी।

गुरुग्राम हरियाणा का पहला जिला होगा जहां पायलट आधार पर स्पूतनिक वी का टीकाकरण शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, शुरुआत में अस्पताल के कर्मचारियों को डोज दी जाएगी। फोर्टिस ने सीधे डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज से वैक्सीन मंगवाई है।

केंद्र ने स्पूतनिक वी टीके की एक खुराक के लिए अधिकतम 1145 रुपये कीमत तय की है। केंद्र ने निजी टीकाकरण केंद्रों के लिए कोविशील्ड की एक खुराक की कीमत 780 रुपये और कोवैक्सीन की एक खुराक की कीमत 1410 रुपये निर्धारित की है। स्पूतनिक वी भारत के दवा नियामक डीसीजीआई से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी पाने वाला तीसरा टीका है, अन्य दो टीके एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन हैं।

स्पूतनिक वी को रूस के गामालेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है और इसकी मार्केटिंग रशियन डायरेक्टर इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) द्वारा की जा रही है।

आरडीआईएफ ने गुरुवार को कहा कि वह अन्य वैक्सीन निर्माताओं को बूस्टर शॉट (स्पूतनिक वी की दूसरी खुराक) की पेशकश करेगा। यह बूस्टर शॉट कोविड-19 डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ काम करने के लिए बनाया गया है, जिसे पहली बार भारत में पाया गया था।

भारत में स्पूतनि वी वैक्सीन के लिए मार्केटिंग पार्टनर हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज रूस से स्पूतनिक वी की शीशियों का आयात कर रही है। इससे समय पर वैक्सीन भारत में निर्मित होने की उम्मीद है।

स्पूतनिक वी दो अलग-अलग वायरस पर काम करता है जो मनुष्यों में सामान्य सर्दी (एडेनोवायरस) का कारण बनते हैं। यह 21 दिनों के अलावा दिए गए दो शॉट्स में से प्रत्येक के लिए एक अलग वेक्टर नियोजित करता है। गामालेया और आरडीआईएफ के अनुसार, स्पूतनिक वी का एफिशिंसी रेट 92 प्रतिशत है।