कोयला कामगारों का वेतन समझौता पिछली बार से भी बेहतर होने की उम्‍मीद

झारखंड
Spread the love

प्रशांत अंबष्‍ठ

बोकारो। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ की ढोरी क्षेत्रीय कमेटी की बैठक 18 जून को क्षेत्रीय कार्यालय खास ढोरी में हुई। संघ के केंद्रीय महामंत्री संजय कुमार चौधरी ने कहा कि भामसं देश का सबसे बड़ा मजदूर संगठन है। देश के तमाम मजदूर के हितों के रक्षा और अधिकार दिलाने में अहम भूमिका निभाती है।

वेतन समझौता-10 में कामगारों को जो लाभ मिले हैं, उससे भी बेहतर वेतन समझौता-11 में होने की उम्मीद है। बेजबोर्ड के लिए जो चार्टर ऑफ डिमांड दिया गया है, उसमें मजदूरों की तमाम सुख सुविधाओं को ख्याल रखते हुए दिया गया है। उक्त बेजबोर्ड की बैठक में सिर्फ कोयला मजदूरों की ही नहीं, बल्कि ठेका मजदूरों सहित सेवा प्राप्त कर चुके मजदूरों की सुख सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मांग कोल इंडिया को सौंपा गया है।

स्थानीय नेताओं के सवाल एसपीआरएमएस के तहत सभी कर्मचारियों का 40 हजार काटा जा रहा है। उसके एवज में मजदूरों के पास कोई प्रमाण नहीं होता है, जिसको साफ करते हुए महामंत्री ने कहा कि इसका फैसला कोल इंडिया में हो चुका है। 40 हजार कटने के बाद उसे प्रमाण पत्र दिया जाएगा। साथ ही, एक प्रति सर्विस सीट में भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही मजदूरों के लिए स्मार्ट कार्ड बनाया जाएगा, जिसके आधार पर वैसे मजदूरों का इलाज हो सकेगा। इतना ही नही गंभीर बीमारी में भी इलाज हो, इसका प्रयास भी किया जा रहा है। स्वांग डिस्पेंसरी के संदर्भ में भी बात की जाएगी।

बैठक में मुख्य रूप से रविंद्र कुमार मिश्रा, आर इग्नेश, मो शकील आलम, सुरेंद्र सिंह, कुलदीप, विनय सिंह, रामेश्वर कुमार मंडल, भुनेश्वर यादव, हीरालाल रविदास, गौतम कुमार, राजेश पासवान, अनिल मांझी, अरविंद कुमार, नूनूचंद्र महतो, गब्बर सिंह, लालन मल्लाह आदि उपस्थित थे।