प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। सीसीएल कर्मी सह सुभाष नगर फील्ड क्वायरी निवासी 52 वर्षीय नरेंद्र की मौत पर परिजन और अन्य लोगों ने सेंट्रल हॉस्पिटल ढोरी में 13 जून को हंगामा किया। मृतक करगली परियोजना के सिविल विभाग के अंतर्गत करगली बाजार स्थित पानी टंकी में वॉल्व मैन के रूप में कार्यरत थे। दिवंगत नरेंद्र की मृत्यु के लिए उनके पुत्र अमन कुमार और पत्नी सोनिया देवी ने डॉ एसके भारती पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मरीज को प्रातः 4.30 बजे अस्पताल लाए। हालांकि नाइट ड्यूटी में रहे डॉक्टर भारती 6.30 बजे आए। वे तत्काल आ जाते तो समय पर इलाज हो जाता या बाहर ले जाते।
इस संबंध में डॉक्टर भारती ने कहा कि मरीज को 5.30 बजे अस्पताल लाया गया। अस्पताल के रजिस्टर में टाइम देखा जा सकता है। सूचना मिलते ही मैं अस्पताल पहुंचा। उन्हें दवा और सुई दिलाई। मरीज बुखार, डायरिया, शुगर से पीड़ित थे। ऑक्सीजन लेवल 66 प्रतिशत था। कई साल पहले इनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी। मेरे स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई।
मृतक के पुत्र अमन कुमार ने मुआवजे और तत्काल नौकरी की मांग की। इस दौरान अस्पताल में सीएमयू के बीएंडके के एरिया सचिव मधु भट्टाचार्य, ढोरी एरिया के सचिव आर उनेश, भाजपा के पूर्व बोकारो जिला अध्यक्ष जगरनाथ राम, विहिप नेता रामू दिगार, झाकोमयू के मधु पासवान सहित अनेकों लोग अस्पताल पहुंचे। मृतक के आश्रित को जल्द नौकरी देने की मांग की। चिकित्सकों से बातचीत के बाद तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र दे दिया गया।
नियमतः ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर आश्रित को नौकरी मिलती है। विलंब से सही पर मृतक के एक आश्रित को नौकरी मिलना ही है। यह समझाने के बाद परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए अपने आवास ले गए। मौके पर सीएमओ एस मुखर्जी, डिप्टी सीएमओ डॉ अरविंद कुमार, डॉ अरुण कुमार, डॉ आरएन झा, डॉ सादाब सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।