जानिए किसे मिलेगी ब्लैक फंगस की दवा Amphotericin-B, कमेटी ने बनाई गाइडलाइन्स

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। ब्लैक फंगस के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। जिससे इसकी दवा की कालाबाजारी भी होने लगी। जिसके चलते दिल्ली सरकार ने Amphotericin-B इंजेक्शन के इस्तेमाल की इजाजत देने के लिए 4 सदस्यीय डॉक्टरों की टेक्निकल एक्सपर्ट कमेटी बनाई है। यही कमेटी फैसला करेगी कि किसे यह इंजेक्शन दिया जाना चाहिए और किसे नहीं।

जिन भी अस्पतालों को इंजेक्शन की जरूरत होगी, वे सबसे पहले इस कमेटी के पास अप्लाई करेंगे। सुबह 10-11 AM और शाम 4-5 PM के बीच कमेटी की बैठक होगी। DGHS कमेटी के साथ कॉर्डिनेट करेंगी, वे अप्रूवल से लेकर अस्पतालों तक इंजेक्शन की डिलीवरी तक को मॉनिटर करेंगी। ये सुनिश्चित करेंगे कि अस्पतालों तक इंजेक्शन उसी दिन पहुंचे। केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए स्टॉक के अनुसार ही Amphotericin-B इंजेक्शन का वितरण होगा। वितरण की प्रक्रिया में किसी तरह की वेटिंग लिस्ट नहीं बनाई जा सकेगी। स्टॉक खत्म होने की स्थिति में नया स्टॉक आने पर अस्पतालों को सूचित किया जाएगा और नए सिरे से एप्लिकेशन मंगाए जाएंगे। Amphotericin-B इंजेक्शन के सही इस्तेमाल की जिम्मेदारी व्यक्तिगत तौर पर अस्पताल प्रशासन की होगी। सम्बंधित अस्पताल को तय मरीज के लिए इंजेक्शन के इस्तेमाल की रिपोर्ट सौंपनी होगी।

इलाज कर रहे डॉक्टर के विशेष रिकमेंडेशन पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव खुद किसी सरकारी अस्पताल को इंजेक्शन दे सकेंगे। एप्लिकेशन खारिज होने के मामले में सम्बंधित अस्पताल को लिखित में जानकारी दी जाएगी। मीटिंग के निर्णय की एक कॉपी स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर भी डाली जाएगी। कमेटी के निर्देश पर DGHS का कार्यालय अस्पताल या इंस्टिट्यूशन के अधिकृत व्यक्ति को इंजेक्शन मुहैया कराएगा। या प्राइवेट अस्पतालों के मामले में स्टॉकिस्ट भुगतान के साथ अस्पताल के अधिकृत व्यक्ति को इंजेक्शन उपलब्ध कराएगा।