- मंत्री ने किया रिफ्रेशर कोर्स कम ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन
रांची। आने वाले 4 वर्षों में 24 लाख लोगों को कृषि कार्य से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार का उद्देश्य है कि इन 24 लाख लोगों को खेतीबाड़ी से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया जाए। इस लक्ष्य को पूरा करने में पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। लोगों को खेती के साथ-साथ पशुपालन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए। इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पशुधन योजना इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगा। इस योजना को धरातल पर शत-प्रतिशत उतारा जाए। इस दिशा में मिलजुल कर काम करना होगा। उक्त बातें कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मंगलवार को रांची के होटल बीएनआर चाणक्य में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित रिफ्रेशर कोर्स कम ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन करने के बाद कहीं।
योजनाओं का लाभ लोगों को मिले
मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि लोगों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिले। इसके लिए हमें काफी मेहनत करना है। हम लोगों की आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करते हुए एक विजन के साथ काम करें। अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह रहे हैं। पूरी ईमानदारी के साथ काम करें।
इस तरह के प्रशिक्षण से होगा लाभ
मंत्री ने कहा कि पशु चिकित्सकों के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होने से निश्चित ही इसका लाभ होगा। पशु चिकित्सकों के सहयोग से पशुपालकों को अपने पशुओं की देखभाल करने में मदद मिलेगी। पशुओं में कई तरह की होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी भी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि कई ऐसी बीमारियां हैं, जो पशुओं से मानव में आती है। इससे हमारा स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन होने से पशु चिकित्सकों के सहयोग से किसानों को अपने पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव की जानकारी मिलेगी। पशुओं से मानव में होने वाली बीमारियों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों के हितों की ओर सरकार का ध्यान है। अगर किसी प्रकार की कोई समस्या है तो बताएं, निश्चित ही उन समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
राज्य में आधुनिक पशु-चिकित्सालय हो
मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य में आधुनिक पशु-चिकित्सालय हो। उसकी गिनती देश के बेहतर पशु-चिकित्सालयों में हो। इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। साथ ही साथ हमें वेटनरी कॉलेज की स्थिति को भी सुधारना है। उसे सुदृढ़ करना है। उसे पहले की तरह ही बेहतर स्थिति में लाना है।
प्रखंड से प्रमंडल स्तर तक होगी कार्यों की समीक्षा
श्री बादल ने कहा कि वे पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा प्रखंड स्तर से लेकर प्रमंडल स्तर तक करेंगे। जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। योजनाओं को धरातल पर उतारने में सहयोग करेंगे। इस दिशा में कौन-कौन सी समस्याएं आ रही है इसकी जानकारी लेंगे। उसे दूर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें इस तरह का काम करना है कि लोगों को लगे कि पशुपालन विभाग उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
योजनाओं को धरातल पर उतारने पर फोकस
विभाग की निदेशक श्रीमती नैंसी सहाय ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिले। इसमें विभाग के साथ-साथ जिले के सभी पदाधिकारी मेहनत कर रहे हैं। विभाग का सारा फोकस योजनाओं को धरातल पर उतारने का है। मुख्यमंत्री पशुधन योजना किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की एक महत्वकांक्षी योजना है। विभाग इस पर पूरी तत्परता के साथ काम कर रहा है।
कौशल एवं क्षमता विकास के लिए प्रशिक्षण
निदेशक ने कहा कि रिफ्रेशर कोर्स कम ट्रेनिंग प्रोग्राम पशु चिकित्सकों के कौशल एवं क्षमता विकास के लिए है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 16 से 19 मार्च तक चलेगा। हर दिन अलग-अलग क्षेत्र के पशु चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशु चिकित्सकों को इमर्जिंग एंड रीइमर्जिंग डिजीजेस ऑफ लाइवस्टोक एंड पोल्ट्री के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस अवसर पर पशु चिकित्सक, पशुपालन विभाग के सभी पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।