लंदन। एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन कोरोना के ब्राजील वेरिएंट में भी पूरी तरह कारगर है। यह बात ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अध्ययन में यह बात सामने आई है। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि नए वेरिएंट के लिए वैक्सीन में कोई भी परिवर्तन करने की आवश्यकता नहीं है। इसके पूर्व के अध्ययन में यह बात सामने आई थी कि वैक्सीन दक्षिण अफ्रीका के वेरिएंट में थोड़ा कम कारगर है।
ब्रिटेन के वैक्सीन मंत्री नाधेम जहावी ने कहा है कि भारत की गरीब देशों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन की एक करोड़ डोज की सप्लाई पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट के द्वारा ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका के सहयोग से विकसित की गई वैक्सीन ब्रिटेन के जरूर है, इसके साथ ही हम यह भी आश्वासन देते हैं कि गरीब देशों के लिए आपूर्ति किए जाने में कोई भी बाधा नहीं होने दी जाएगी।
यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने कहा है कि वह अमेरिका से अनुरोध करेगा कि उसके 27 देशों में एस्ट्राजेनेका की अमेरिका में बनने वाली वैक्सीन के निर्यात में किसी भी तरह की बाधा न हो। पिछले कुछ समय से वैक्सीन की कम आपूर्ति पर ईयू के कुछ देशों ने आपत्ति जताई थी। एस्ट्राजेनेका के सीईओ पास्कल सोरियट ने कहा कि वैक्सीन की आपूर्ति को कमी नहीं होने दी जाएगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ब्राजील के संबंध में अपनी चिंता जताते हुए कहा कि यह नहीं समझना चाहिए कि वैक्सीन आने से कोरोना महामारी कम हो गई है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में किसी भी तरह की ढील घातक हो सकती है।
अमेरिका में एक अप्रैल से डिज्नीलैंड सहित अन्य थीम पार्क, स्टेडियम और आउटडोर मनोरंजन स्थल खोलने का फैसला किया गया है। ये सभी पिछले एक साल से बंद पड़े हुए हैं।