ऑस्ट्रेलिया: लैंगिक भेदभाव के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन

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कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों में महिलाओं  ने सड़कों पर उतरकर लैंगिक भेदभाव और यौन हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया। ‘मार्च 4 जस्टिस’ के तहत महिलाओं ने कार्यक्षेत्र में और समुदाय में भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाते हुए रैली निकाली। हाल ही में अटॉर्नी-जनरल क्रिश्चियन पोर्टर पर 1988 में एक महिला के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है लेकिन उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि ऐसा हुआ ही नहीं है। इसके अलावा पूर्व राजनीतिक सलाहकार ब्रिटनी हिग्गिंस ने साल 2019 में अपने साथ दुष्कर्म होने की बात कही है। हिगिंग्स ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों से बात करते हुए कहा कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं एक भयानक सत्य है, जिसे समाज को स्वीकारना है।

प्रदर्शन के दौरान हाथों में तख्तियां थामे प्रदर्शनकारी महिलाओं ने काले कपड़े पहन रखे थे। मेलबर्न में आयोजित रैली में लोगों ने एक बैनर हाथ में लिया हुआ था, जिसमें पिछले दशक में मारी गई महिलाओं के नामों का उल्लेख किया गया था। इसी तरह कैनबरा में आयोजित रैली में आयोजकों ने कानूनविदों को एक अर्जी दी, जिसमें 90 हजार सांसदों के हस्ताक्षर थे।हालांकि प्रदर्शनकारियों के आग्रह के बाद भी प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया।