सीसीएल ने इंपोर्टेड कोयले की मांग को पूरा करने की बनाई है योजना : सीएमडी

झारखंड
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रांची। सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने कहा कि‍ कंपनी ने 15 मिलियन टन इंपोर्टेड कोयले की मांग को घरेलू कोयले से पूरा करने की योजना बनाई है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की दोहरी चुनौती के बीच सीसीएल दूरगामी सोच और कार्यनीति के साथ कोयला उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। इस दौरान कंपनी की 10 नई परियोजनाओं की मंजूरी मिली है। इसके फलस्वरूप कंपनी की उत्पादन क्षमता में 50 मिलियन टन तक की वृद्धि होगी। वह 26 जनवरी को झंडा फहराने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।

सीएमडी ने कहा कि कंपनी की नई कोतरे बसंतपुर पचमो परियोजना शुरू होने वाली है। इस परियोजना के विकास और संचालन के लिए एमडीओ कंपनी को दिया जा चुका है। परियोजना से कोकिंग कोल का 5 मिलियन का वार्षिक उत्पादन होगा। इससे कोयले का आयात घटेगा और विदेशी मुद्रा बचेगी। इस परियोजना से क्षेत्र में विकास की नई संभावना उत्पन्न होगी। नए रोजगार का सृजन होगा। इस दिशा में फर्स्ट माईल कनेक्टिविटी पर योजना के अंतर्गत मगध, आम्रपाली और नॉर्थ उरीमारी परियोजनाओं में कार्य आवंटित कर दिया गया है। इस दौरान कंपनी द्वारा डायवर्सिफिकेशन की ओर बढ़ते हुए कुछ महत्वपूर्ण पहल की गई है। 20 मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट, कोल गैसीफिकेशन आदि योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है।

सीएमडी ने कहा कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में रेक लोडिंग में 9% की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष 32.71 रेक प्रतिदिन लोड होते थे। इस वर्ष 35.67 रेक प्रतिदिन लोड किए जा रहे हैं। कोयला का स्टॉक इस वर्ष कभी भी क्रिटिकल स्तर पर नहीं आया। कोरोना काल में भी सीसीएल ने अपनी जिम्मेवारी निभाई। कंपनी ने 13 सौ से अधिक मरीजों का सफल इलाज दो केंद्रीय अस्पतालों में किया। कमांड क्षेत्र में रह रहे 30 हजार परिवारों को लगभग 4050 क्विंटल सूखा अनाज बांटा गया। फूड पैकेट, मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य सामग्रियों का वितरण भी किया गया। झारखंड के 8 जिलों में प्रशासन को 1.25 करोड़ रुपये, झारखंड डिजास्टर मैनेजमेंट फंड में 20 करोड़ रुपये और प्रधानमंत्री केयर फंड में 6 करोड़ रुपये कंपनी द्वारा योगदान दिया गया।

श्री प्रसाद ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 तक 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सीसीएल निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस दिशा में केंद्र सरकार, राज्‍य सरकार, स्थानीय प्रशासन, कोल इंडिया के निदेशक, श्रमिक प्रतिनिधि और स्टेकहोल्डर्स का निरंतर सहयोग मिल रहा है।

सीएमडी ने कहा कि होटवार खेल अकादमी के बच्चों ने छोटे से अंतराल में राष्ट्रीय खेल जगत में अपनी पहचान बनाई है। कैडेटों ने कोरोना वायरस के दौरान अपने घर में ही ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण निरंतर जारी रखा। उनकी मेहनत, निष्ठा और लगन का नतीजा है कि 15वीं झारखंड राज्य जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2020 में सबसे अधिक पदक जीतकर पदक तालिका में सबसे उपर रहे। अकादमी की मंजूषा तिग्‍गा और प्रीतेश उरांव को लंबी कूद में सर्वश्रेष्ठ एथलीट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सीसीएल गांधीनगर केंद्रीय अस्‍पताल में निदेशक (तकनीकी/संचालन) वीके श्रीवास्‍तव ने झंडा फहराया।