- अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का 86वां स्थापना दिवस समारोह
नई दिल्ली /कोलकाता/ रांची। एक समय था जब मारवाड़ी समाज को सिर्फ उद्योग-व्यापार के लिए जाना जाता था। आज इस समाज के लोग व्यापार के साथ-साथ कला, साहित्य, शिक्षा, संस्कृति, तकनीक आदि अन्य क्षेत्रों में भी अपना उल्लेखनीय स्थान बना चुके हैं। देश की प्रगति में अतुलनीय योगदान दे रहे हैं। ये बातें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही। वे अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के 86वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। समारोह का आयोजन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली, कोलकाता और रांची से संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर श्री केजरीवाल को सम्मेलन के सर्वोच्च सम्मान ‘मारवाड़ी सम्मेलन राजस्थानी व्यक्तित्व सम्मान-2019’ से अलंकृत भी किया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय, दिल्ली में उपस्थित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन कुमार गोयनका, राजकुमार मिश्रा, लक्ष्मीपत भूतोड़िया व अन्य द्वारा माला-श्रीफल, तिलक, शॉल, मानपत्र एवं सम्मानित एक लाख रुपये की राशि का चेक प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।
श्री केजरीवाल ने कहा कि हमारी संस्कृति का आदर्श रहा है कि हम अपने अर्जित धन का एक हिस्सा सामाजिक सेवा कार्यों में खर्च करें। आज मारवाड़ी समाज द्वारा पूरे देश में निर्मित धर्मशाला, मंदिर, विद्यालय, कॉलेज, अस्पताल आदि दर्शाते हैं कि ये अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा से करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में मूलभूत सुधार, किसी भी समृद्ध समाज के लिए अति आवश्यक है।
इसके पूर्व दीप प्रज्जवलन कर दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। लिपिका बंका गाड़ोदिया ने गणेश वंदना की।
विशिष्ट अतिथि कोलकाता से वरिष्ठ लोकसभा सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि मारवाड़ी समाज के लोग अत्यंत शांतिप्रिय होते हैं। मांगने के बजाय देने में विश्वास रखते हैं। इस मौके पर राज्यसभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता, विधायक विनय मिश्रा ने भी समाज के कार्यों को सराहा।
रांची से सम्मिलित सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने कहा कि संगठन अपने स्थापना काल से ही विभिन्न कार्यक्रम, संगोष्ठियों के माध्यम से, सामाजिक कुरीतियों एवं आडंबरों के प्रति समाज को जागरूक करने का कार्य कर रहा है। झारखंड प्रांतीय सम्मेलन के अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल एवं महामंत्री पवन शर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर संयुक्त महामंत्री मनोज बजाज, सेवानिवृत्त न्यायाधीश रमेश मेरठिया, रतन लाल बंका, बसंत मित्तल, सुरेशचंद्र अग्रवाल, ललित कुमार पोद्दार, ओमप्रकाश प्रणव, नंदकिशोर पाटोदिया, अशोक नारसरिया, अरुण बुधिया, संजय जैन, चंडी डालमिया, अनिल अग्रवाल और प्रदीप राजगढ़िया उपस्थित थे।
प्रधान वक्ता पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं समाजचिंतक सीताराम शर्मा ने कहा कि ‘न खाता, न बही, जो मारवाड़ी कहे, वही सही’। उन्होंने इस साख को बनाये रखने की बात कही। सामाजिक सुधार को उन्होंने सबसे बड़ा सुधार बताया। समारोह का संचालन सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री संजय हरलालका ने किया। धन्यवाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भानीराम सुरेका ने किया। राष्ट्रीय गान मनोज बजाज ने किया।
समारोह में सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदलाल रुंगटा, हरिप्रसाद कानोड़िया, रामअवतार पोद्दार, प्रह्लाद राय अगरवाला एवं संतोष सर्राफ, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दरभंगा से पवन कुमार सुरेका, भुवनेश्वर से अशोक कुमार जालान, गुवाहाटी से श्याम सुंदर हरलालका, चेन्नई से विजय कुमार लोहिया, संयुक्त महामंत्री गोपाल अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल, संगठन मंत्री बसंत मित्तल, कोषाध्यक्ष दामोदर प्रसाद बिदावतका सहित बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्कल, पूर्वोत्तर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, उत्तराखण्ड, तमिलनाडु, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना एवं केरल प्रदेश के पदाधिकारी-सदस्यों ने वर्चुअली शिरकत की।