महिंद्रा ने रांची सहित झारखंड के तीन जिलों में खोले कृष-ई सेंटर्स

कृषि झारखंड
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रांची । महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर (एफईएस) ने नये फार्मिंग ऐज अ सर्विस बिजनेस के अंतर्गत झारखंड के रांची, लोहरदगा और गोड्डा में कृष-ई सेंटर्स खोले। इसके माध्‍यम से फसल चक्र में फसलों और अवस्‍थाओं के अनुसार तरह-तरह की तकनीकी सेवाएं उपलब्‍ध करायी जायेंगी। कृषि विज्ञान, यंत्रीकरण और डिजिटलीकरण की शक्ति के उपयोग से किसानों की प्रति एकड़ आय बढ़ेगी। किसानों के लिए तीन उपयोगी एप्‍स- कृष-ई, कृष-ई निदान और कृष-ई रेंटल से कृषि, किराये के उपकरण और डिजिटलीकरण सेवाएं उपलब्‍ध करायें जाएंगे। झारखंड के अलावा, कृष-ई सेंटर्स अब महाराष्‍ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, उत्‍तर प्रदेश, मध्‍य प्रदेश और बिहार में चालू हो चुके हैं।

‘एक्‍सपर्ट तकनीक. नये उपाय. परिणाम दिखाये’ की टैगलाइन वाला, कृष-ई एक व्‍यावसायिक खंड है, जो किसानों को प्रगतिशील, किफायती और सुगमतापूर्वक हासिल की जाने योग्‍य तकनीकी सेवाएं उपलब्‍ध कराता है। कृष-ई का उद्देश्‍य, संपूर्ण फसल चक्र के दौरान डिजिटल सेवाओं के जरिए किसानों की आमदनी बढ़ाना है। इन सेवाओं में कृषि परामर्श, किराये पर उन्‍नत कृषि उपकरण (रेंटल इक्विपमेंट) की उपलब्‍धता और आधुनिक प्रेसिजन फार्मिंग समाधान शामिल हैं, जिनमें से सभी कुल लागत को कम करके और कृषि पैदावार में वृद्धि करके किसानों की आमदनी बढ़ाने पर केंद्रित हैं।

इस बारे में कंपनी के प्रेसिडेंट (एफईएस) हेमंत सिक्‍का ने कहा कि यद्यपि कृषि में निवेश और तकनीकी नवाचारों ने भारत में पैदावार के स्‍तरों को बढ़ाया है। फिर भी उत्‍पादकता के स्‍तरों और कृषि आय को और अधिक बढ़ाने की भारी संभावना मौजूद है। महिंद्रा कृषि करने के तौर-तरीके में बदलाव लाने की कोशिश करता रहा है। किसान की आमदनी बढ़ाने पर प्रमुखता से जोर देने के साथ, हमारी सोच किसानों को तकनीक उपलब्‍ध कराने और उनकी उन्‍नति में सहायता करने की है।