
रांची। नाबार्ड की राज्य ऋण संगोष्ठी 24 दिसंबर को प्रात: 11 बजे से रांची के होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाग लेंगे। विकास की नीति तैयार करने और बैंकों को राज्य के विकास के लिए पर्याप्त ऋण और अग्रिम प्रदान करने में सक्षम बनाने के बाबत हितधारकों से आवश्यक सलाह करने का एक मंच है।
इस वर्ष राज्य फोकस पेपर की मूल विषयवस्तु ‘किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि उत्पादों का समूहन’ है। अत्यधिक खंडित, बिखरे और विषम भू-भाग, खेती की बढ़ती लागत, अपर्याप्त बाजार सुविधाएं, जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती जोखिम, सार्वजनिक संसाधनों, आधुनिक तकनीकों और किफायती ऋण तक किसानों की सीमित पहुंच के कारण, कृषि धीरे-धीरे अधिकांश किसानों के लिए कम लाभदायक हो गई है। इस संदर्भ में इसका संधारणीय समाधान कृषि उपज, मूल्य संवर्धन और सामूहिक विपणन के लिए किसानों को किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से संगठित करने में निहित है।
किसानों की आय बढ़ाने और राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए नए एफपीओ के गठन और पोषण के लिए काफी संभावनायें हैं। राज्य ऋण संगोष्ठी के मौके पर राज्यस्तरीय एफपीओ पुरस्कार समारोह में किसानों को सम्मानित किया जाएगा। केसीसी संतृप्ति अभियान में उनके योगदान के लिए जिला विकास प्रबंधक (डीडीएम) के साथ अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) को सम्मानित किया जाएगा।