- उत्क्रमित वेतन निर्धारण सहित अन्य मांगों को लेकर मंत्री से संघ की हुई वार्ता
रांची। शिक्षकों के वेतन निर्धारिण की विसंगति जल्द दूर होगी। यह आश्वासन वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के शिष्टमंडल को दिया। प्रोजेक्ट भवन स्थित कार्यालय कक्ष में वित मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से संघ का शिष्टमंडल 9 जनवरी को मिला।
संघ ने वित्त मंत्री से शिक्षकों के लिए सुनिश्चित वृति उन्नयन योजना लागू (MACP) करने, छठे वेतनमान में उत्क्रमित वेतन निर्धारण की विसंगति को दूर करने, अंतर जिला स्थानांतरण नियमावली को सरल बनाने और शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्यों के दवाब मुक्त करने की मांग को लेकर वार्ता की।
संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने बताया कि लगभग 45 मिनट वार्ता चली। संघ की ओर से वित मंत्री को अवगत कराया गया कि उक्त चार सूत्री मांगों को लेकर राज्य भर के शिक्षक विगत दो महीने से आंदोलनरत हैं।
मांगों के पक्ष में तथ्यों से अवगत होने के बाद मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि जनवरी, 2006 से शिक्षकों के उत्क्रमित वेतनमान में वेतन निर्धारण में विसंगति को दूर करना वित विभाग का ही काम है। इस विषय पर जल्द ही समाधान निकालने की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में तत्काल ही उनके द्वारा वित सचिव से इसपर सविस्तार मंतव्य देने का निर्देश दिया गया। वित मंत्री के अनुसार जब शिक्षकों के वेतन निर्धारण में न्यूनतम आरंभिक वेतन का समाधान संघ द्वारा उपस्थापित तथ्यों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि शिक्षकों को उनके सेवाकाल में समय पर प्रोन्नति अवश्य दी जानी चाहिए। इसके लिए सुनिश्चित वृति उन्नयन योजना का लाभ शिक्षकों को मिलना चाहिए। अपने गृह जिले से दूर पदस्थापित शिक्षकों के लिए अंतरजिला स्थानांतरण के प्रावधानों में संशोधन की जरूरत को देखते हुए इस विषय पर शिक्षा मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया।
शिक्षकों को लिपिकीय और गैर शैक्षणिक कार्य बोझ दिए जाने पर वित मंत्री ने गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में शिक्षकों को शिक्षण कार्य का माहौल दिया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री से इस संबध में बात करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में संघ के अनूप कुमार केसरी, राममूर्ति ठाकुर, मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद, संतोष कुमार, अजय कुमार सिंह, सलीम सहाय तिग्गा, मणि उरांव, राकेश कुमार, अजय ज्ञानी और संजय कुमार सिंह शामिल थे।