संजय सिन्हा
ओडिशा। बोलानी खदान के 600 टीपीएच लोडिंग प्लांट प्रागंण में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की बोलानी यूनिट के तत्वावधान में मॉक डील किया। इसमें कटक के 3वीं एनडीआरएफ टीम मंडली ने प्राकृतिक आपदा के समय फंसे व्यक्तियों के जानमाल की तत्काल रक्षा और सहायता उपलब्ध की जानकारी दी गई। मॉक डील में उंची बिल्डिंग में आग में फंसे व्यक्ति को सुरक्षित नीचे लाकर मेडिकल सेवा तक भेजने को दिखाया गया।
मॉक डील में दुघर्टनाग्रस्त घरों के सारे निकासी मार्ग बंद होने पर दरवाजा काट कर घायल व्यक्ति को निकालकर अस्पताल भेजने की प्रक्रिया को दर्शाया गया। एनडीआरएफ के कमांडेंट वर्धमान मिश्रा ने फायर इंसीडेंट में क्लाइंमिग विक्टिम, रेपलिंग, फ्लाइंग फोकस का प्रयोग करते हुए फंसे व्यक्ति को घटना स्थल से निकाले जाने की जानकारी दी।
मॉक डील के माध्यम से बताया गया कि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में कैसे मैनेजमेंट करना है। घटना स्थल पर मेडिकल कैंप, कम्युनिकेशन सेंटर सह आपात संचार संसाधन केंद्र, स्टेमिंग ऐरिया आदि के निर्माण की जानकारी दी गई।
एनडीआरएफ कमांडेंट ने बताया कि आपदा आने के पू्र्व ही उससे बचाव की तमाम तैयारी कर लेनी चाहिए। इससे मैन, मेटेरियल का नुकसान कम किया जा सकता है। इसकी जानकारी फ्रंट लाईन में रहनेवाले कर्मियों की दी गई।
मॉक डील के बारे में बोलानी सेल के खान प्रबंधक बीएन सिंह और सेल महाप्रबंधक (अतिरिक्त प्रभार) एनसी हेम्ब्रम ने कहा कि एनडीआरएफ टीम द्वारा आयोजित मॉक डील से सेल कर्मचारियों को तकनीकी जानकारी मिली। इससे भविष्य में लाभ मिलेगा। एनडीआरएफ टीम एवं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यूनिट में बेहतर संबंध होने की वजह से लाभ निरंतर मिलता रहेगा।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल बोलानी यूनिट के उप कमांडेंट धर्मेंद्र सिंह चाहर, सहायक कमांडेंट हेत राम मीणा, सेल सेफ्टी अधिकारी चंदन अग्रवाल, दारा सिंह, आर्या स्टील के सुरक्षा विभाग अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा, बोलानी सेल अस्पताल के डॉ विकास कुमार के अलावे दर्जनों सेल खदान कर्मचारी उपस्थित थे।