चीन। पूरी दुनिया में कोरोना का कहर जारी है। इस वायरस की उत्पति चीन के वुहान माना जा रहा है। इसे लेकर कई बार चीन पर आरोप भी लगे हैं। हालांकि चीन इससे लगातार इनकार करता रहा है।
इस बीच कोरोना वायरत की उतत्ति की खोज करने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक्सपर्ट्स की एक टीम वुहान पहुंच गई है। इसमें 10 वैज्ञानिक शामिल हैं। इस टीम को वुहान में दो हफ्तों का क्वारैंटाइन समय बिताना होगा। इसके बाद टीम अपने काम की शुरुआत कर सकेगी। खास बात है कि चीन में बीते 8 महीनों में पहली बार कोरोना के चलते कोई मौत हुई है।
कोरोना वायरस कहां से शुरू हुआ, यह काफी बड़ा मुद्दा है। साल 2019 में वुहान में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद से ही चीन पर वायरस छिपाने-फैलाने जैसे कई गंभीर आरोप लगे। हालांकि, चीन अपने देश से कोरोना वायरस की शुरुआत होने की बात को हमेशा मना करता रहा है।ऐसी रिपोर्ट्स भी सामने आईं थी, जिनमें कहा जा रहा था कि चीन सरकार वायरस पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों की निगरानी कर रही है।
इसके अलावा चीन अपनी वैक्सीन कोरोनावैक को लेकर भी मुश्किलों का सामना कर रहा है। बीते दिनों आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि शुरुआत में बेहतर रिजल्ट देने के बाद अब वैक्सीन की प्रभावकारिता दर में काफी कमी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पहले जारी नतीजों में बताया गया था कि कोरोनावैक बीमारी के गंभीर मामलों में भी कारगर है। यह पूरी सुरक्षा देती है। उस समय वैक्सीन की प्रभावकारिता 78 फीसदी तक थी। बाद में जारी नतीजों में यह करीब 50 प्रतिशत पर सिमट गई थी। कोरोनावैक का निर्माण सिनोवैक ने किया है।