- कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनी में कार्यरत डॉक्टर पेंश करेंगे रिसर्च पेपर
रांची। सीसीएल के रांची स्थित मुख्यालय के कन्वेंशन सेंटर में ‘कोल इंडिया मेडिकल कांफ्रेंस’ 16 सितंबर से शुरू हो रहा है। यह 18 सितंबर तक चलेगा। इसमें कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों सहित अन्य अस्पतालों में कार्यरत देश भर से 160 डॉक्टर हिस्सा लेंगे। कांफ्रेंस में देश की कई प्रख्यात फैकल्टी विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगी। यह जानकारी 15 सितंबर को सीसीएल के सीएमएस डॉ वीकेएल चौहान, डॉ वीके सिंह, डॉ उत्पला चक्रवर्ती ने प्रेस को दी।
डॉ सिंह ने बताया कि कोल इंडिया मेडिकल कांफ्रेंस की शुरुआत 1987 में धनबाद से हुई थी। कोरोना की वजह से कुछ साल यह नहीं हो पाया। इसके बाद से फिर शुरू किया गया है। इससे पूर्व सीसीएल के गांधीनगर केंद्रीय अस्पताल में डेकोमप्रेसन (Decompression) के एल 4- एल 5 पर वर्कशॉप का आयोजन आज किया गया। इसमें सर्वोदय अस्पताल (फरीदाबाद) के डॉ आशीष तोमर एवं उनकी टीम ने संचालित किया। उनके द्वारा स्पाईन की समस्याओं एवं उनके उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया।

डॉ चौहान ने बताया कि कांफ्रेंस में अलग-अलग विषयों पर देश की नामी गिरामी 25 फैकल्टी चर्चा करेंगी। इनमें डॉ एसके सरीन, डॉ आलोक रॉय, डॉ राजेश मल्होत्रा, डॉ राजीव राठी, प्रो रोहिणी हांडा, डॉ प्रमोद कुल्चाकांति, डॉ विभोर शर्मा, डॉ युवराज, डॉ प्रबल रॉय, डॉ साईनाथ, डॉ पुनीत खन्ना आदि भी शामिल हैं।
सीसीएल मुख्यालय स्थित कन्वेंशन सेंटर में कांफ्रेंस की शुरुआत शुक्रवार को सुबह 9 बजे होगी। शाम में कांफ्रेंस का उदघाटन कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल वचुर्अल रूप से करेंगे। मौके पर कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन, सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद एवं निदेशक उपस्थित रहेंगे। इसमें कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनी में कार्यरत डॉक्टर 62 रिसर्च पेपर पेश करेंगे। बेहतर रिसर्च पेपर के लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा।
आयोजकों के मुताबिक कांफ्रेंस में इलाज के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पद्धति पर चर्चा की जाएगी। भविष्य में 50 फीसदी लोड इसी पद्धति पर होना है। इसके जल्द ही कंपनी के अस्पतालों में लागू किया जाएगा। तीन दिनों के दौरान मेडिकल के क्षेत्र में हुए बदलाव पर भी चर्चा होगी। डॉक्टर विषयों से अपडेट होंगे। इसका लाभ कंपनी कार्यरत कामगार और आम जनता भी मिलेगा।