टाटा स्टील फाउंडेशन ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के प्रति किया जागरूक

झारखंड
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पोटका (पूर्वी सिंहभूम)। टाटा स्टील फाउंडेशन ने अपनी पहल मानसी+ के तहत एक सूचना और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया। यह झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका गांव में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के मुद्दों से निपटने के लिए तैयार है।

सास, बहू, पति सम्मेलन नामक इस सत्र का उद्देश्य न केवल नई माताओं और गर्भवती महिलाओं को बल्कि पूरे परिवार को संवेदनशील बनाना है। महिलाओं के साथ उनके पति और सास-बहू भी मौजूद थे।

इस सत्र का संचालन मानसी कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित एक सहिया दीदी (आशा कार्यकर्ता) बिंदु द्वारा किया गया था। इसमें गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण और संतुलित आहार, गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले सर्वोत्तम अभ्यास, ध्यान देने योग्य लक्षण और प्रसव के पूर्व तथा बाद में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी शामिल थी।

मानसी+ का लक्ष्य इस वर्ष कोल्हान में अपने परिचालन स्थान के साथ 500 ऐसे सूचना और ज्ञान साझा सत्र और विशेष रूप से पूर्वी सिंहभूम जिले में 100 सत्र आयोजित करना है। मानसी+ अपने पहलकदमियों के माध्यम से शिशु मृत्यु दर (CMR) और नवजात मृत्यु दर को उल्लेखनीय रूप से कम करने में सक्षम रहा है।

यह पहल फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सहियाओं को प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करके और उनके कौशल तथा ज्ञान को बढ़ाकर मौजूदा सरकारी स्वास्थ्य प्रदायगी संरचनाओं को मजबूत करके इसे हासिल करने में सक्षम है। मानसी के हस्तक्षेपों को ग्रामीण झारखंड और ओडिशा के 1686 से अधिक गांवों में लागू किया गया है और आने वाले दशक में, इससे और बढ़ने की ओर अग्रसर है।