जम्मू। कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद अगले 20 दिनों में नेशनल पॉलिटिकल पार्टी का गठन करेंगे। जम्मू-कश्मीर में जब चुनाव होंगे, तब वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी होंगे।
ये बातें कांग्रेस की प्रदेश इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष जीएम सरूरी ने बात कहीं। उन्होंने कहा कि यह एक सेक्युलर पार्टी होगी, जो कि हमारी विचारधारा है। साथ ही हमारे साथ आने वाले सभी लोगों की भी यह विचारधारा है।
सरूरी ने कहा, ‘आजाद के समर्थन में पार्षदों, पंचायत सदस्यों और ब्लॉक स्तर के नेताओं सहित कांग्रेस के 500 से अधिक प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आगामी दिनों में आप देश भर के नेताओं को आजाद की पार्टी के साथ आते देखेंगे।
जम्मू कश्मीर में 25 नवंबर को मतदाता सूची की विशेष जांच पूरी होने के बाद विधानसभा चुनाव होने की संभावना है, इसलिए आजाद का फोकस यहीं है।’
कांग्रेस यूनिट के पूर्व उपाध्यक्ष सरूरी ने कहा कि नई पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और हमें विश्वास है कि आजाद जम्मू कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
यहां बता दें कि गुलाम नबी आजाद के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को सरूरी के नेतृत्व में बैठक की थी। कांग्रेस से 26 अगस्त को इस्तीफा देने वाले आजाद का चार सितंबर को जम्मू पहुंचने का कार्यक्रम है। उन्होंने खुद भी जम्मू-कश्मीर में एक नई पार्टी बनाने की घोषणा की है।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई को रविवार को एक और झटका लगा, जब उसके वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन ने पार्टी छोड़ दी। वह गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाले मोर्चे में शामिल हो गए।
हालांकि, मोहिउद्दीन ने साफ किया कि आजाद के नेतृत्व वाला समूह भाजपा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस या पीडीपी के साथ गठबंधन करेगा। मोहिउद्दीन ने बताया, ‘आज मैंने कांग्रेस अध्यक्ष और महासचिव और अन्य को पत्र लिख कर कहा कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित उन सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं जो मेरे पास थे।’