रांची। जनसेवा मंच ने बालू की दर में अचानक चार गुणा वृद्धि एवं इसकी किल्लत को लेकर त्राहिमाम संदेश यात्रा निकाली। यह जिला स्कूल मैदान से अल्बर्ट एक्का चौक तक गयी। इसमें शामिल लोगों के हाथ में तख्तियां थी। सरकार को जगाने के लिए नगाड़ा भी बजाया गया।
सदस्यों ने कहा कि राज्य में अचानक बालू का संकट उत्पन्न हो गया है। बालू के दाम आसमान छूने लगे हैं। आम लोगों के घर बनाने का सपना टूट रहा है। आज तक इतना महंगा बालू झारखंड में नहीं बिका है। सभी प्रकार के निर्माण कार्य झारखंड में अचानक बंद हो गये। इससे मजदूरों के सामने भुखमरी का संकट उत्पन्न हो गया है। फ्लैट, मॉल और ठेकेदारी करने वाले भी रोजगार बंद कर नुकसान उठाने के लिए मजबूर हैं। ट्रक मालिक एवं ड्राइवरों का भी बुरा हाल है।
मुनचुन राय ने कहा कि अधिकारियों ने जानबूझकर कर राज्य में कृत्रिम बालू संकट उत्पन्न किया है। इस फलस्वरूप बालू की कालाबाज़ारी हो रही है। इसकी कीमत आसमान छू रही है। उन्होंने ऐसे खनन पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग मुख्यमंत्री से की। इसकी जांच कराने को कहा है कि अभी तक राज्य के सभी बालू घाटों की बंदोबस्ती क्यूं नहीं की गयी है। इसका जिम्मेवार कौन है। पूजा सिंघल के गिरफ्तार होते ही बालू का संकट क्यों उत्पन्न हुआ, यह जांच का विषय है।
निशांत यादव ने कहा कि खनन विभाग जल्द से जल्द सभी बालू घाटों की नीलामी की अधिसूचना जारी करे, ताकि लोगों को पूर्व की दर पर यह उपलब्ध हो सके। आम लोग, व्यवसायी और मजदूरों को राहत मिले।
कार्यक्रम में जनसेवक मुनचुन राय, निशांत यादव, नमन भरतीया, भवानी बरनवाल, रवि सिंह, प्रेम सिंह, रवि रंजन, पिंकी सिंह, अनिल कुमार, राहुल शर्मा, प्रमोद राय, अनिल कुमार, भास्कर वर्मा, अरविंद गुप्ता, प्रदीप शर्मा, रंजय वर्मा ,बिट्टू परमार, मनीष केशरी, सुधांशु दुबे, अनीश कुमार, सूरजभान सिंह, कुणाल बरनवाल, रोशन कुमार, अर्पित सिंह, गौतम बरनवाल, कुंदन पाठक आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।