
नई दिल्ली। केरल में मानसून 27 मई को दस्तक दे सकता है। यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी है। पिछले 17 सालों के दौरान केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख के आईएमडी का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है। सिर्फ वर्ष, 2015 में पूर्वानुमान सही नहीं हो पाया था।
मौसम विभाग के मुताबिक भारतीय क्षेत्र में दक्षिण अंडमान सागर में शुरुआती मानसूनी बारिश का अनुभव होता है। मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ती हैं। मानसून की शुरुआत/प्रगति की सामान्य तिथियों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून 22 मई तक अंडमान सागर के ऊपर अग्रसर हो जाता है।
विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 मई, 2022 के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर और उससे सटे हुए निकटवर्ती दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में इसके पहुंचने की संभावना है। पिछले आंकड़ों से पता चलता है कि अंडमान सागर के ऊपर मानसून की प्रगति की तारीख का संबंध केरल में मानसून की शुरुआत की तारीख के साथ और देश में मौसमी मानसून वर्षा के साथ नहीं है।
मौसम विभाग के मुताबिक केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य तिथि की तुलना में थोड़ा पहले आने की संभावना है। केरल में मानसून की शुरुआत 27 मई को होने की उम्मीद है। इसमें 4 दिनों का माइन-प्लस हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आम तौर पर केरल में दस्तक देने के 10 दिनों के भीतर झारखंड में मानसून आ जाता है। इस हिसाब से देखें तो झारखंड में मानसून के 7 जून तक दस्तक दे देने की संभावना है।
पिछले 5 सालों का पूर्वानुमान
साल | पूर्वानुमान की तारीख | वास्तविक तारीख |
2017 | 30 मई | 30 मई |
2018 | 29 मई | 29 मई |
2019 | 6 जून | 8 जून |
2020 | 5 जून | 1 जून |
2021 | 31 मई | 3 जून |