रांची। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करने और अतिरिक्त आय को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। इसके तहत के उद्यान निदेशालय चरणबद्ध तरीके से रांची एवं खूंटी जिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया रहा है। उन्हें मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद 30-30 मशरूम बैग का वितरण उनके डोर स्टेप पर किया जा रहा है।
विभाग ने उद्यान विकास की योजना अंतर्गत पांच दिवसीय प्रशिक्षण की योजना स्वीकृत की है। इसके तहत रांची जिला उद्यान पदाधिकारी को रांची के लिए 600 और खूंटी जिले के लिए 300 का लक्ष्य मिला है। रांची जिले में इस योजनाओं से सिर्फ महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना एवं आजीविका के लिए दूसरों पर निर्भरता को कम करना है।

इस कड़ी में मोरहाबाद स्थित दिव्यायन कृषि विज्ञान केंद्र में 67 महिलाओं को मशरूम उत्पादन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद शनिवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से सिल्ली, कांके, मांडर एवं चान्हो की JSLPS से जुड़ी महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिला उद्यान पदाधिकारी सह जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार के साथ साथ कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अजीत सिंह, मशरूम प्रशिक्षण के कोर्स को-ऑर्डिनेटर डॉ राजेश, डॉ नेहा उपस्थित थे।
इसके अतिरिक्त 110 महिलाओं का प्रशिक्षण अनगड़ा स्थित प्रशिक्षण संस्थान MASS में भी चलाया जा रहा है, जो 20 फरवरी को समाप्त होगा। उक्त कार्यक्रम में भी जिला उद्यान पदाधिकारी ने भाग लिया। महिला कृषकों को तकनीकी जानकारी दी। उन्हें इसे रोजगार के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। महिलाओं ने इस प्रशिक्षण को लाभकारी बताया।

प्रशिक्षण ले रही कुछ महिलाओं ने बीएड और बीए तक की शिक्षित है। एक ने बी टेक भी किया है। कुछ महिलाएं इंटर तो कुछ मैट्रिक पास भी है। अबतक रांची जिले में इसके पूर्व 290 महिला किसान और खूंटी जिले में 100 महिला किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।