रांची। प्रमाणित श्रेणी के कोयला संसाधन को 1976 के 21 बिलियन टन के स्तर से अप्रैल, 2021 तक 177 बिलियन टन किया गया है। इसमें अधिकांश कार्य सीएमपीडीआई द्वारा ही किया गया है। 11 भूवैज्ञानिक रिपोर्ट द्वारा दिसंबर, 2022 तक लगभग 5.16 बिलियन टन प्रमाणित कोयला संसाधन (पू्रव्ड कैटेगरी) में वृद्धि हुई है। इस वर्ष लगभग 6.5 बिलियन टन अतिरिक्त कोयला प्रमाणित श्रेणी में वृद्धि होने की संभावना है। सीएमपीडीआई के सीएमडी मनोज कुमार ने उक्त बातें कही। वह गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय झंठा फहराने के बाद बोल रहे थे।
कुमार ने कहा कि सीएमपीडीआई ने 600 लाइन किलो मीटर 2डी/3डी सिस्मिक सर्वे के लक्ष्य के मुकाबले 19 जनवरी, 22 तक लगभग 200 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करते हुए 761 लाइन किलो मीटर सिस्मिक सर्वे किया है।
कोल इंडिया में कोयला गैसीकरण के विकास के लिए सीएमपीडीआई ने कोयला गैसीकरण संयंत्र विकसित करने के लिए ईसीएल, एसईसीएल और डब्ल्यूसीएल के साथ समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किया है। सीसीएल के साथ भी एमओए पर हस्ताक्षर प्रक्रियाधीन है। सीएमपीडीआई द्वारा ईसीएल, डब्ल्यूसीएल और एसईसीएल में गैसीकरण परियोजना के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है। इन परियोजनाओं से मेथानॉल, अमोनिया, अमोनिया नाइट्रेट और सिंथेसिस नेचुरल गैस का उत्पादन किया जाना है।
सीएमडी ने कहा कि सीएमपीडीआई ने वॉल्यूमेट्रिक मेजरमेंट और टोपोग्राफिकल मैपिंग के लिए ड्रोन को उपयोग में लाया गया है। वर्तमान में बीसीसीएल में ड्रोन तैनात किए गए हैं, जहां झरिया कोयला क्षेत्रों में आग के कारण 595 अनस्टेबल एरियाज की स्कैनिंग की जा रही है, ताकि इसकी वर्तमान स्थिति के विश्लेषण के लिए हाई रिजोल्यूशन इमेज तैयार की जा सकें।
कुमार ने कहा कि सड़क परिवहन और पर्यावरणीय खतरों को कम करने के लिए खान से रेल साइडिंग तक कोयला परिवहन के मशीनीकरण से लेकर रेल वैगन में स्वचालित लोडिंग तक की 415 मिलियन टन क्षमता वाली 35 फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी फेज-1) परियोजनाओं की सीआईएल ने शुरुआत की है, जिसमें सीएमपीडीआई की भूमिका अहम है। 35 परियोजनाओं में से 6 परियोजनाएं पहले ही चालू हो चुकी है। 28 परियोजनाएं निर्माणाधीन है। शेष सभी परियोजनाओं के लिए एनआईटी को सीएमपीडीआई ने रिकार्ड समय में प्रस्तुत किया। दूसरे चरण में 140 मिलियन टन क्षमता वाली 20 परियोजनाओं की शुरूआत की गई, जिसमें 3 परियोजनाओं का एनआईटी सीएमपीडीआई ने जमा कर दिया है तथा शेष 17 परियोजनाओं का एनआईटी समय से सौंप दिया जाएगा।
सीएमडी ने कहा कि सौर परियोजनाओं के लिए पीएमसी सेवाएं प्रदान करने के लिए सीसीएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए है। सीसीएल कमांड एरिया के विभिन्न स्थानों पर 3.5 मेगावाट सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए सीसीएल से कार्यादेश प्राप्त हुआ है। इसके अलावे बीसीसीएल और एनसीएल के लिए भी सोलर पावर प्लांट से संबंधित संभाव्यता रिपोर्ट तैयार की गई है।
इस अवसर पर सीएमडी ने अवर सहायक सुरक्षा निरीक्षक रामचन्द्र महतो को उत्कृष्ट सेवाओं और डीजीआर सुरक्षा कर्मी हवलदार रमेश चन्द्र प्रधान को बेहतर कार्य के लिए पुरस्कृत किया। इस अवसर पर निदेशक (तकनीकी/आरडीएंटी) आरएन झा, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) एके राणा, निदेशक (तकनीकी/सीआरडी/ईएस) एसके गोमास्ता सहित सीएमपीडीआई परिवार के सदस्य उपस्थित थे।