- 32वीं सीसीएल त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक
रांची। सभी के सम्मिलित प्रयास से ही खान सुरक्षा में और बेहतर सुधार किया जा सकता है। हमें जमीनी स्तर के कर्मियों यानी मैनेजर, एजेंट, ओवरमैन, सुपरवाईजर को सशक्त करने की जरूरत है। इसलिए पीट सेफ्टी कमेटी की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है। खदानों में सुरक्षा के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हुए प्रणाली को और मजबूत करना है। उक्त बातें साउथ इर्स्टन जोन के उप महानिदेशक (खान सुरक्षा) उज्ज्वल ताह ने कही। वे 25 नवंबर को सीसीएल मुख्यालय, रांची स्थित ‘कन्वेंशन सेंटर’ में आयोजित ’32वीं त्रिपक्षीय खान सुरक्षा समिति’ की बैठक में बोल रहे थे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए रमेंद्र कुमार ने कहा कि बैठक में विचारों के आदान-प्रदान से निश्चय ही खदानों की सुरक्षा और बेहतर हो सकेगी। नवीनतम पद्धति का उपयोग करते हुये निरंतर सुधार के साथ आगे बढ़ना है। तभी हम जीरो दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद ने कहा कि खदान सुरक्षा सर्वोंपरि है। कंपनी डीजीएमएस द्वारा बताये गये सुरक्षा निर्देंशों का निरंतर पालन कर रही है। सीसीएल के पास एक अच्छी मुलभूत संसाधन है। सभी मिलकर इसे आगे बढ़ाए। अपना सर्वश्रेष्ठ कंपनी को दे।
निदेशक तकनीकी (संचालन) भोला सिंह ने कहा कि सुरक्षा को किसी भी कीमत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। सुरक्षा के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। सेफ्टी उपकरण की उपलब्धि, कर्मियों के कौशल विकास साथ ही नियमों का उचित क्रियान्वयन करने के लिए कहा।
महाप्रबंधक (सुरक्षा व बचाव) राजीव कुमार सिन्हा ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सीसीएल में हो रही विभिन्न सुरक्षा संबंधित गतिविधियों की जानकारी दी। पिछली बैठक की कार्यवृत और उसपर की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी। धन्यवाद मुख्य प्रबंधक (सेफ्टी) राजीव शरण ने दिया।
बैठक में रांची डीएमएस ए अहमद, कोडरमा डीएमएस एके मिश्रा, रांची डीएमएस अजय सिंह, धनबाद डीएमएस आनंद अग्रवाल सहित सेफ्टी बोर्ड के सदस्य, सीसीएल मुख्यालय के महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उपस्थित थे।
सीसीएल के सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक एवं उनकी टीम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ी। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से सीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने खान सुरक्षा से संबंधित अपने-अपने विचार एवं सुझाव दिये। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाप्रबंधक (सेफ्टी) राजीव कुमार सिन्हा एवं उनकी टीम की भूमिका रही।