जमशेदपुर। टाटा मेन हॉस्पीटल (टीएमएच) ने हृदय रोगियों का अब और बेहतर इलाज हो सकेगा। हृदयरोग की चिकित्सा के लिए अस्पताल में अत्याधुनिक आईवीयूएस-एफएफआर मशीन खरीदी गई है। यह मशीन लगाने वाला टीएमएच झारखंड का पहला अस्पताल है। हृदयरोग संबंधित मामलों के लिए 30 अक्टूबर को पहली बार इस मशीन का इस्तेमाल किया गया।
आईवीयूएस यानी इन्ट्रावैस्कुलर अल्ट्रासाउंड एंजियोप्लास्टी के मामलों को बेहतर तरीके से समझने और इससे संबंधित चिकित्सीय रणनीति बनाने में मदद करता है। यह अधिक सटीकता के साथ स्टेंट लगाने को सुनिश्चित करता है। जटिल एंजियोप्लास्टी के लिए इसे क्लास 1ए इंडीकेशन माना जाता है।
पुनः वैस्कुलराइजेशन करना लाभप्रद होगा या नहीं, यह जानने के लिए कोरोनरी लेजंस के कार्यात्मक महत्व के आंकलन के लिए एफएफआर यानी फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व एक अच्छा साधन है। इस मशीन के आ जाने से टीएमएच अब जटिल एंजियोप्लास्टी करने में दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की बराबरी पर आ गया है।
टीएमएच बिना पूर्व अप्वाइंटमेंट के डॉक्टरों से परामर्श, चिकित्सा और दवा के लिए वरिष्ठ नागरिकों और 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की अस्पताल और क्लिनिकों तक निर्बाध पहुंच को पहले ही सुनिश्चित कर चुका है।
हर साल 16.5 लाख ओपीडी मरीजों और भर्ती होने वाले सलाना 60000 मरीजों की बढ़ती संख्या को चिकित्सीय सेवा देने के लिए टीएमएच पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यह एक मजबूत ‘नेट प्रोमोटर स्कोर’ प्रणाली के माध्यम से ग्राहकों द्वारा की गयी सिफारिशों के आधार पर हर साल ग्राहक संतुष्टि बेहतर बनाता है।