नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अफगानिस्तान संकट पर जी-20 बैठक में भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कट्टरपंथ, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के गठजोड़ के खिलाफ संयुक्त लड़ाई का आह्वान किया।
बैठक में प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया कि अफगानिस्तान का क्षेत्र कट्टरपंथ और आतंकवाद का स्रोत न बने। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रम से क्षेत्र में और इससे परे ‘स्पष्ट चिंता’ उत्पन्न हुई है। बकौल भारतीय विदेश मंत्री, काबुल में एक समावेशी सरकार के गठन को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना व्यापक रूप से जानी-पहचानी प्राथमिकताएं हैं कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद का समर्थन करने के लिए न हो।