नई दिल्ली। एयर इंडिया पर दिसंबर, 2021 से टाटा संस का स्वामित्व होगा। इस दौरान कंपनी में कार्यरत लोगों का रोजगार प्रभावित नहीं होगा। कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए कंपनी को उन्हें वीआरएस देना होगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस कदम को एयरलाइन के लिए नया सवेरा बताया है।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांता पांडे ने बताया कि टाटा संस एयर इंडिया की बिड जीती है। उन्होंने 18,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। दिसंबर, 2021 में कंपनी का स्वामित्व टाटा संस के पास चला जाएगा। कंपनी में लोगों का रोजगार बना रहेगा।
नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल ने बताया कि आज की तारीख में एयर इंडिया में 12,085 कर्मचारी हैं। इसमें से 8,084 स्थायी कर्मचारी और 4,001 कर्मी कांट्रेक्ट पर हैं। इसके अलावा एयर इंडिया एक्सप्रेस में 1434 कर्मचारी हैं। एक साल और तक अगर उनकी छटनी होगी तो उनको वीआरएस देना होगा।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि टाटा कंपनी के लिए एयर इंडिया की वापसी एयरलाइन के लिए नया सवेरा है। नए प्रबंधन को शुभकामनाएं। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग और नगर विमानम मंत्रालय द्वारा एयरलाइन के लिए उड़ान भरने के लिए नया रनवे बनाने के लिए बधाई।
एयर इंडिया के पूर्व जनरल मैनेजर जी. प्रसाद राव ने कहा कि एयर इंडिया सिर्फ ब्रांड नहीं, बल्कि भारत की विरासत और इतिहास भी है। एयर इंडिया का विनिवेश निश्चित रूप से जेआरडी टाटा के सपने के पुनरूत्थान का कारण बनेगा। टाटा ग्रुप के साथ एयर इंडिया एक बार फिर अपनी पूरी ताकत और गौरव के साथ खड़ा होगा।