संजय कुमार सिन्हा
बड़बिल (ओडिशा)। बोलानी सेल खदान में कार्यरत कोर ड्रिलिंग ऑपरेटर प्रदीप सेनापति की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। परिजन और मित्रों के हंगामे के बाद मुआवजा, एक सदस्य को नौकरी देने और श्राद्ध कर्म के लिए राशि देने का लिखित पत्र कंपनी की ओर से दिया गया। मृतक ठेका कंपनी त्रिवेणी अर्थ मूर्वस प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत था।
जानकारी के मुताबिक प्रदीप सेनापति की ड्यूटी दूसरी पाली में थी। वह 2 अक्टूबर को स्टाफ कैंप टाटिबा (झारखंड) से बोलानी खादान आ रहा था। इसी क्रम में लगभग 3 बजे चक्कर आने के कारण वह गिर गया। साथी कर्मियों ने उसे तत्काल बोलानी सेल अस्पताल लाया। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शनिवार की शाम उनके गांव कालारिंगता, जाजपुर में रह रहे परिजनों को सूचना दी गई।
जाजपुर से 3 अक्टूबर की सुबह दर्जनों मित्र एवं परिजन पहुंचे। उन्होंने मुआवजे और परिवार के एक सदस्यों को नौकरी देने की मांग को लेकर मृत शरीर को उठाने नहीं दिया। बोलानी के समाजसेवी और परिजनों के दबाव के बाद त्रिवेणी कंपनी के उपाध्यक्ष (आपरेशन) वाईआर ओवलेस ने 25 लाख रुपये, एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी और श्राद्ध कर्म के लिए एक लाख रुपये देने का लिखित पत्र परिवार को सौंपा।
इसके बाद दोपहर 12.30 बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। विदित हो कि प्रदीप सेनापति दो वर्षों से त्रिवेणी कंपनी मे कार्यरत था। उसपर दो पुत्र, पुत्रियों सहित बूढ़ी मां की जिम्मेवारी थी।