रांची। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह के तहत केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान ने पिठोरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। मनश्चिकित्सीय सामाजिक कार्य विभाग के तत्वामवधान में हुए इस कार्यक्रम में आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इसमें महिला और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई।
मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री झिमली चटर्जी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य बच्चे के मानसिक विकास से कैसे जुड़ा है। उन्होंने पोस्ट पार्टम डिप्रेशन के बारे में बताया। इसके अलावा बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में विभिन्न स्थितियां जैसे मानसिक मंदता, आत्मकेंद्रित, हाइपरकिनेटिक विकार, विपक्षी अवज्ञा विकार और इंटरनेट और बच्चों और किशोरों में मादक द्रव्यों की लत की जानकारी दी।
मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता गौरव गिरि ने इस क्षेत्र में प्रासंगिक केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं, विकलांगता लाभ और जागरुकता पैदा करने, मानसिक स्वास्थ्य और बीमारियों के बारे में जानकारी देने के साथ उपचार प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका पर बात की। उन्होंने सीआईपी की हेल्पलाइन नंबर भी प्रदान किए। कार्यक्रम डेढ़ घंटे तक चला।
अंत में आशा कार्यकर्ताओं के साथ एक संवाद सत्र हुआ। उन्होंने ज्यादातर नशा मुक्ति उपचार के बारे में पूछताछ की। मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता मयंक सिंह द्वारा प्रश्नों का जवाब दिया गया। मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम में कोठारी पुतेश, गौरव गिरी, मयंक सिंह और सुश्री झिमली चटर्जी शामिल थे।