अब शराब की बोतलों पर लगेगा IIT का चेको टैग, जानिए टैग की पूरी डिटेल

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। दिल्ली में शराब की बोतलों पर सितंबर से आईआईटी के वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया चेको टैग लगना शुरू हो जाएगा। दिल्ली के आबकारी विभाग ने आईआईटी से इस संबंध में अनुबंध किया है। अभी तक डुप्लीकेसी रोकने के लिए अधिकतर प्रोडक्ट में क्यूआर कोड लगाया जाता है जो पूरी तरह सुरक्षित नहीं है।

क्योंकि इसकी फोटोकॉपी करके इसे दूसरे प्रोडक्ट पर आसानी से लगाया जा सकता है। ग्राहक इसे असली प्रोडक्ट समझकर इस्तेमाल करता है और सरकार को राजस्व की हानि होती है। इसे देखते हुए आईआईटी के मैटेरियल साइंस विभाग के प्रो. दीपक गुप्ता ने चेको टैग का बनाया है।

यह चेको टैग एक विशेष इंक (जिसको प्रो. दीपक ने ही तैयार किया है) से प्रोडक्ट पर लगाया जाता है। इस विशेष इंक की खासियत है टैग पर लगते ही उसमें एक प्राकृतिक उभार आ जाता है। हर बार यह पूरी तरह से अलग होता है। इसकी डुप्लीकेसी करना असंभव है। प्रो. दीपक कहते हैं कि यह फिंगरप्रिंट तकनीक पर काम करता है।

जैसे फिंगरप्रिंट का डुप्लीकेट तैयार नहीं हो सकता, वैसे ही इसका डुप्लीकेट नहीं तैयार किया जा सकता है। चेको एप प्लेस्टोर पर उपलब्ध है, उसके जरिये भी प्रोडक्ट की वास्तविकता चेक की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से स्टांप पेपर समेत अन्य सरकारी दस्तावेजों पर इसे लगाने की बात चल रही है। ऐसा करने से राजस्व की चोरी काफी हद तक रोकी जा सकेगी।