
रांची। भाजपा ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से हेमंत सरकार खौफजदा है। सरकार फर्जी मुकदमों में प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेताओं को जबरदस्ती फंसाने की कोशिश कर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। हालांकि जन मुद्दों के लिये पार्टी केस से नहीं डरेगी।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सरकार प्रतिपक्ष की आवाज को दबाने के लिए शासन व्यवस्था का दुरुपयोग कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से हेमंत सरकार इतना खौफ खाती है कि वे जब भी आंदोलन की शुरुआत करते हैं, तब उनके ऊपर फर्जी मुकदमे लाद दिए जाते हैं। इससे पूर्व भी प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर देशद्रोह का एक फर्जी मुकदमा किया गया था, जिसकी पूरे देश में भर्त्सना की गई थी। उच्च न्यायालय ने भी इस मुकदमे में कोई भी पीड़क कार्रवाई करने से रोक लगा रखी है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस बार प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा के नेता पूरे प्रदेश में किसानों के हक के लिए खेतों में उतरे, तो राज्य सरकार ने उनके ऊपर मुकदमा कर दिया। यह राज्य सरकार की भूल है। वह समझती है कि भाजपा के नेता कार्यकर्ता और प्रदेश अध्यक्ष ऐसे मुकदमों से विचलित हो जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसे दर्जनों मुकदमों को देखा है। संघर्ष की बुनियाद पर आगे बढ़े है। वे ऐसे मुकदमों से विचलित नहीं होने वाले हैं। भाजपा किसानों के हक में अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।
प्रतुल ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतें और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस के मंत्री, विधायक और नेताओं ने राजभवन के सामने धरना दिया था। उस धरने में महामारी कानून की धज्जियां उड़ी थी। ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ था और ना नेताओं ने मास्क ही लगाया था। राजभवन के पूरे क्षेत्र में निषेधाज्ञा भी लागू थी। इसके बावजूद प्रशासन ने उन पर उचित कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं दिखाई। ये साफ दिखता है कि शासन-प्रशासन विपक्ष और सत्ताधारी गठबंधन को अलग-अलग चश्मे से देखता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे मुकदमों से विचलित ना होते हुए प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाएगी।