रांची। झारखंड में संचालित कई विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन हैं। मध्य विद्यालयों में विषय आधारित स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं। इसके बाद भी शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिल रही है। इसके कारण बिना प्रोन्नति के हर महीने कई शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। कार्मिक विभाग की प्रोन्नति पर रोक लगाने के कारण ऐसा हो रहा है। इसे देखते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। शिक्षक व राज्यकर्मियों की प्रोन्नति पर लगी रोक को निरस्त कर प्रोन्नति का मार्ग प्रशस्त करने की मांग की है।
संघ के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र कुमार चौबे, महासचिव राम मूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि कार्मिक विभाग के पत्र के आलोक में राज्य सरकार के सभी सेवा संवर्गों में कर्मियों की प्रोन्नति पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगाई गई है। इससे प्रारंभिक शिक्षक संवर्ग भी प्रभावित है। जिन कारणों से प्रोन्नतियों पर उक्त रोक लगाई गई, उनका निस्तारण अभी तक भी नहीं किया जा सका है। रोक लगने के बाद से अब तक लगभग छह माह का समय बीत चुका है।
पदधारियों ने कहा कि इसके कारण प्रत्येक माह कई शिक्षक बिना प्रोन्नति के ही सेवानिवृत होने को बाध्य हो रहे हैं। प्रोन्नति अवरूद्ध रहने के कारण राज्य के मध्य विद्यालयों में 95 प्रतिशत खाली पड़े प्रधानाध्यापकों के पदों पर शिक्षक प्रोन्नति से वंचित रह रहे हैं। राज्य के विभिन्न मध्य विद्यालयों में विषय आधारित स्नातक प्रशिक्षित के हजारों पदों पर प्रोन्नति नहीं होने से विद्यार्थियों के लिए विषय आधारित शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। लंबित प्रोन्नतियों के तत्काल निष्पादन से संबंधित विभिन्न न्याय निर्णयों के बाद भी शिक्षक प्रोन्नति से वंचित हैं।
संघ ने कहा कि पद रिक्त रहते हुए बिना प्रोन्नति के सेवानिवृत होने को मजबूर होना, प्रधानाध्यापक विहीन विद्यालयों का संचालन, विषय आधारित शिक्षकों की कमी को बनाए रखे जाना, शिक्षा एवं शिक्षक हित में उचित प्रतीत नहीं होता है। उन्होंने आग्रह किया है कि जिन कारणों के आलोक में प्रोन्नतियों पर रोक लगाई गई है, उनका तत्काल समाधान करते हुए प्रोन्नति कार्य को रोकमुक्त करने की कृपा की जाए। किसी सेवा विशेष से प्राप्त शिकायतों के आधार पर सभी सेवा संवर्गों की प्रोन्नति पर रोक लगाकर इसे अनिष्पादन की स्थिति में रखते हुए विलंचित रखना न्याय संगत नहीं कहा जा सकता है।