- वैक्सीनेशन को लेकर व्यापक जागरुकता फैलाने का निर्देश
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के डोरंडा स्थित रेसालदार सीएचसी में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू होगी। यह निर्णय कोविड-19 की रोकथाम के लिए गठित जिलास्तरीय विभिन्न कोषांगों की बैठक में हुआ। रांची उपायुक्त छवि रंजन ने 31 मई, 2021 को समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में विभिन्न कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारियों से उपायुक्त ने किये जा रहे कार्यो की विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
मरीजों को जल्द मिल जाएगी छुट्टी
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सदर अस्पताल और शहरी सामुदायिक केंद्र रेसलदार डोरंडा में कोविड मरीजों के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। संबंधित पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सीएचसी रेसलदार में चार मरीज इलाजरत है, जिन्हें जल्द ही छुट्टी मिल जायेगी। उपायुक्त ने कहा कि अब कोरोना के मरीज आते हैं तो उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा। उन्होंनं सीएचसी रेसलदार में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू करने का निर्देश दिया।
कंटेनमेंट जोन की रिपोर्ट मांगी
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला में एक्टिव कंटेनमेंट जोन की समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जहां मरीज स्वस्थ हो चुके है, वहां से कंटेनमेंट जोन को डिनोटिफाई करें। होम आइसोलेशन कोषांग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने होम आइसोलेशन के मरीजों को ससमय मुख्यमंत्री कोरोना किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने आइसीएमआर, सीवी और फैसिलिटी ऐप में अद्यतन डेटा अपलोड करने का आदेश दिया। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, एंबुलेंस, वाहन एवं अन्य कोषांगों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित नोडल पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
ब्लैक फंगस को लेकर रिपोर्ट तैयार करें
बैठक के दौरान उपायुक्त श्री छवि रंजन ने जिला में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या के बारे में जानकारी ली। ब्लैक फंगस के संबंध में उन्होंने फॉर्मेट तैयार कर रिपोर्ट देने का आदेश संबंधित पदाधिकारी को दिया। उपायुक्त ने कहा कि रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख करें कि मरीज की होम आइसोलेशन हिस्ट्री है या नहीं, उसे स्ट्रॉयड दिया गया या नहीं, क्या मरीज स्टीमिंग करता था, क्या उसे डॉयबिटीज है और क्या उसे इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन मिला?
टीकाकरण पर फोकस, भ्रांतियां दूर करें
बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा जिला में वैक्सीनेशन कार्य की विस्तार से समीक्षा की गयी। उन्होंने पदाधिकारियों से टीकाकरण पर फोकस करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जिला को जितने वैक्सीन उपलब्ध करायें गये है सभी का समुचित उपयोग करें, इस बात का विशेष ध्यान रखें कि टीके की बर्बादी नहीं हो। टीकाकरण को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए उपायुक्त ने व्यापक स्तर पर जागरुकता फैलाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंडों में जाकर जनप्रतिनिधियों से मिलें, उनका वैक्सीनेशन करायें। उनके माध्यम से लोगों को टीका लेने के लिए जागरुक करें।
उपायुक्त की अपील, टीका अवश्य लें
उपायुक्त ने एक बार फिर से रंाचीवासियों से अपील करते हुए कहा है कि वो सावधानी बरतें। अभी भी संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। कोरोना से संबंधित दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें और टीका अवश्य लें। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों के लिए ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था है। साथ ही 18-45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों से भी उपायुक्त ने टीका लेने की अपील की। उन्होंने कहा इस बात का ध्यान रखें कि पहला और दूसरा डोज एक ही हो।
पदाधिकारियों ने साझा किये अपने अनुभव
बैठक दौरान उपायुक्त ने आपदा की घड़ी में पदाधिकारियों के कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कई पदाधिकारी इस दौरान कोविड पॉजिटीव भी हुए और अपने कार्य का निर्वहन भी करते रहे, जो काबिले तारीफ है। जिला प्रशासन की पूरी टीम एकजुट होकर लगी रही, मुझे आप सब पर गर्व है। बैठक दौरान उपायुक्त ने पदाधिकारियों से उनके अनुभव के बारे में भी पूछा। कई पदाधिकारियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस तरह दबाव से निपटते हुए उन्होंने अपने कार्यों का निर्वहन किया।