प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। राज्यव्यापी आह्वान पर सीपीआई (एम) ने गोमिया के गांव-गांव सहित गोमिया स्थित पार्टी कार्यालय में मांग दिवस मनाया। पार्टी सदस्य और कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के अलग-अलग गांव में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते इसमें भाग लिया।
इस मौके पर गोमिया के पार्टी कार्यालय में राज्य सचिव मंडल सदस्य रामचंद्र ठाकुर ने कहा कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर में प्रतिदिन लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। हजारों लोगों की मौत हो रही है। इसके लिए केंद्र सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता जिम्मेवार है। वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञों की चेतावनी के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा ना तो सावधानी बरतने पर जोर दिया गया और ना ही स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया गया। अस्पतालों की कुव्यवस्था, ऑक्सीजन, दवा, वेंटीलीटर की कमी के कारण लोगों की मौतें हो रही है। उन्होंने इस विपत्ति के समय 20,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किए जा रहे सेंट्रल विस्टा परियोजना (नए संसद भवन और प्रधानमंत्री आवास) के निर्माण को व्यवहारिक बताया।
पार्टी के जिला सचिव मंडल सदस्य प्रदीप विश्वास ने कहा केंद्र की मोदी सरकार कोरोनावायरस संक्रमण को अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रही है। सभी सार्वजनिक संस्थानों को कौड़ी के भाव पूंजीपतियों के हाथों बेच रही है। सीपीआई (एम) के गोमिया प्रखंड सचिव राकेश कुमार ने कहा लॉकडाउन के इस विकट परिस्थिति में पार्टी की ओर से राज्यव्यापी मांग दिवस मनाया गया है। इसके माध्यम से जनता के हितों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा गया। मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं होने पर आंदोलन जारी रहेगा।
ये है मांगें
नि:शुल्क वैक्सीन, दवा, बेड और ऑक्सीजन की समुचित एवं पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
अगले 6 महीने तक प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज दिया जाए।
आयकर के दायरे से बाहर हर परिवार को 7500 रुपए दिया जाए।
कोरोना को अवसर मानकर की जा रही एंबुलेंस, दवा, ऑक्सीजन, की कालाबाजारी पर रोक लगायी जाए।
सभी का अविलंब मुक्त टीकाकरण किया जाए।