- अंकिता भकत, कोमोलिका बारी, दीपिका कुमारी और अतानु दास ने एकेडमी को गौरवांवित किया
जमशेदपुर। दो साल के अंतराल के बाद एक अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में हिस्सा लेने वाली भारतीय तीरंदाजी टीम ने विश्व कप में अपनी धाक जमायी है। टीम ने दक्षिण अमेरिका के ग्वाटेमाला सिटी में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप 2021 के चरण-1 में तीन स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता है। देश को प्रशंसित करने के साथ टाटा आर्चरी एकेडमी को भी गौरवांवित किया है। यह तीरंदाजी विश्व कप में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
टाटा आर्चरी एकेडमी (टीएए) की कैडेट अंकिता भकत और कोमलिका बारी ने टीएए की पूर्व कैडेट दीपिका कुमारी के साथ रिकर्व महिला टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। अंकिता भकत और टीएए के पूर्व कैडेट अतानु दास ने रिकर्व मिक्स्ड टीम वर्ग में कांस्य जीता। वरीय तीरंदाज दीपिका कुमारी और अतानु दास ने क्रमश: रिकर्व महिला और रिकर्व पुरुष वर्ग में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते। ये शानदार प्रदर्शन टाटा आर्चरी एकेडमी के 25 गौरवशाली वर्षों का और उत्कृष्टता तलाशने के इसके निरंतर एवं अथक प्रयास का एक सच्चा प्रतिबिंब हैं। एकेडमी ने दुनिया के कुछ बेहतरीन तीरंदाजों को तैयार किया है।
टाटा स्टील के वीपी (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी ने तीरंदाजों को बधाई देते हुए कहा कि देश को गौरव दिलाने के लिए टाटा आर्चरी एकेडमी के कैडेट् और पूर्व कैडेट अंकिता भकत, कोमोलिका बारी, दीपिका कुमारी और अतानु दास ने प्रशंसनीय प्रदर्शन किया है। यह संपूर्ण तीरंदाजी बिरादरी, यूथ अफेयर्स व स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई), आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) और टाटा ग्रुप के लिए गर्व का क्षण है। यह प्रदर्शन घरेलू प्रतिभाओं के पोषण और कल के तीरंदाजों के निर्माण के प्रति हमारे प्रयासों का प्रमाण है।
वीपी ने कहा कि टाटा आर्चरी एकेडमी में हमारे प्रशिक्षकों ने महामारी के दौरान भी लगातार खिलाड़ियों का मार्गदर्शन किया। उन्हें प्रोत्साहित किया है। इस प्रकार खिलाड़ियों के उच्च आत्मविश्वास स्तर को सुनिश्चित किया। उन्हें पूर्ण भावना में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया। मैं तीरंदाजों को भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।