कोलकाता। आठवीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा चौकी महेंद्रा के जवानों ने पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाके जिला नदिया में तीन महिलाओं समेत पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गैर कानूनी रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश में गिरफ्तार किया है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि 26 मार्च, 2021 को सीमा सुरक्षा बल की मानव तस्कर विरोधी इकाई को पांच बांग्लादेशी नागरिकों के सीमा पार जाने की सूचना मिली। इस पर सीमा चौकी महेंद्रा के जवानों ने अपने इलाके में एक गश्त तेज की और देर रात केला बागान में 5 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ के लिए सीमा चौकी महेंद्रा ले आए।
गिरफ्तार किए गए मोहम्मद सोहेल (28) एवं शकोर बिस्वास (22) क्रमशः बांग्लादेश के झारगराम एवं सारबसंगड़ गांव के रहने वाले हैं। बाकी तीन महिलाओं की पहचान रूप शेख (काल्पनिक नाम), तनीषा अख्तर (काल्पनिक नाम) एवं माधुरी बिस्वास (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है। पूछताछ करने पर सभी ने बताया कि वे सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं और सभी अलग-अलग समय में गैर कानूनी रूप से भारत आए थे।
रूप शेख ने बताया कि एक दलाल उसे भारत में किसी पार्लर में काम देने का वादा करके लाया था। पहले उसने एक होटल में शोषण किया और फोटो, वीडियो बनाकर बदले में अहमदाबाद में एक अंजान महिला को बेच दिया। वहां चार महीने तक एक कमरे में रखकर उससे वेश्यावृत्ति का काम कराया जाता था। उसके चार बच्चे बांग्लादेश में हैं।
उसके एक बच्चे की तबीयत ठीक नहीं है जिससे मिलने के लिए वह जा रही थी। तनीषा ने बताया कि वह मुंबई में रहने वाली ममता नाम की बांग्लादेशी महिला के झांसे में आकर छह महीने पहले भारत आई थी। उसे एक मोटू नाम के भारतीय दलाल ने उसे 1,60,000 रुपये में मुंबई में एक सेठ को बेच दिया। उस सेठ ने डरा-धमका कर वेश्यावृत्ति का काम कराया। यह सभी लोग तारकनगर निवासी भारतीय दलाल सागर बिस्वास की मदद से बांग्लादेश वापस जा रहे थे। गिरफ्तार किए गए पांचों लोगों को पुलिस थाना हंसखली के हवाले कर दिया गया है।