नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भविष्यवाणी सच होती दिख रही है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे इंडिया गठबंधन में एक के बाद एक बड़ी फूट पड़ती जा रही है। ताजा मामला जम्मू-कश्मीर से सामने आया है, जहां पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस राज्य में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
सीट बंटवारे पर श्रीनगर में मीडिया से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने कहा, ”जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है, तो मैं एक बात क्लीयर कर देता हूं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले चुनाव लड़ेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है।”
जम्मू-कश्मीर में चुनाव के बारे में पूछे जाने पर तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”मुझे लगता है कि दोनों राज्यों में चुनाव संसदीय चुनावों के साथ होंगे।” संयोग से, कठुआ जिला अध्यक्ष संजीव खजूरिया सहित नेशनल कॉन्फ्रेंस के कई प्रमुख नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। कई समर्थक और जिला पदाधिकारी भी पिछले महीने नेशनल कांफ्रेंस से भाजपा में चले गए।
बता दें कि, अब्दुल्ला को हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री को पहले 11 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। जुलाई 2022 में ईडी ने मामले में अब्दुल्ला के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया।
बता दें कि, इस बीच, इस साल जनवरी की शुरुआत में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा पश्चिम बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की कसम खाने के बाद इंडिया ब्लॉक को एक बड़ा झटका लगा।
हाल ही में, यूपी में राष्ट्रीय लोक दल भी गठबंधन से बाहर हो गया और एनडीए के साथ साझेदारी कर ली। बाद में जनवरी में, इंडिया ब्लॉक के प्रमुख वास्तुकारों में से एक, जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन (महागठबंधन) से हाथ खींच लिया और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ फिर से गठबंधन कर लिया।