- भारत सरकार के पांच औषधि निर्माताओं से जेनेरिक जीवन रक्षक दवाओं को क्रय कर अस्पतालों को उपलब्ध करायेगी सरकार
रांची। झारखंड सरकार द्वारा राज्य के अस्पतालों में नियमित रूप से दवा उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के पांच औषधि निर्माता उपक्रमों से मनोनयन कर दिया है। इसके आधार पर 103 जेनेरिक जीवन रक्षक दवाओं को क्रय कर विभिन्न अस्पतालों को जीवन रक्षक दावा आपूर्ति कराएगी।
भारत सरकार के 05 औषधि निर्माता उपक्रम
1. Indian Drugs & Pharmaceuticals Ltd. (IDPL)
2. Karnataka Antibiotics & Pharmaceuticals Ltd. (KAPL)
3. Rajasthan Drugs & Pharmaceuticals Ltd. (RDPL)
4. Bengal Chemicals & Pharmaceuticals Ltd. (BCPL)
5. Hindustan Antibiotics Ltd.(HAL)
जीवन रक्षक दवा उपलब्ध हो
सरकार का अंतिम लक्ष्य है कि स्वास्थ्य सेवाओं के अन्तर्गत राज्य के सभी वर्गों के अस्पतालों में जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराई जाए। ज्ञात हो कि राज्य में केंद्रीयकृत दवाओं की आपूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा एक स्वतंत्र कॉरपोरेशन (झारखंड मेडिकल एंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड प्रोक्योरमेंट कॉर्पोरेशन) गठित है। इसके तहत दवाओं की आपूर्ति लम्बी व जटिल प्रक्रिया है। एक समुचित प्रक्रिया को नियमानुसार निष्पादित होने में लगमग 4 से 6 माह का वक्त लग जाता है। राज्य औषधि नीति में 348 दवाएं हैं। विभिन्न फार्मूलेशन में इन दवाओं की संख्या लगभग 622 है।
राज्य सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम अब राज्य औषधि सूची की 348 दवाओं में से 103 जरूरी जीवन रक्षक दवाएं, जिसकी राज्य के अस्पतालों में मांग है। भारत सरकार के औषधि निर्माताओं से बगैर किसी निविदा प्रक्रिया के सहज रूप से सुलभ करा सकेगी। क्योंकि ये सरकारी औषधि निर्माता 103 दवाओं का उत्पादन कर रही है। इसे जनता के सेवार्थ के लिए आवश्यकतानुसार उक्त दवाओं की उपलब्धता समानुपातिक रूप में त्वरित राज्य के विभिन्न अस्पतालों को किया जा सकेगा।
साथ ही यदि इन 103 दवाओं की सूची में सरकारी औषधि निर्माता इनका उत्पादन नहीं कर रही है अथवा ससमय उपलब्ध कराने में असमर्थ है तो इन दवाओं का क्रय ई.-निविदा के माध्यम से प्राप्त दर पर गैर सरकारी औषधि निर्माता से किया जा सकेगा। इसके पश्चात राज्य के सभी अस्पतालों से जीवन रक्षक दवा हर राज्यवासी को आसानी से उपलब्ध हो सकेगा जिससे स्वास्थ्य सुविधायें बेहतर होंगी।