आग की लपटों में झुलस गये किसानों के सपने

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  • आम के बागान में अज्ञात लोगों ने लगाई आग, सैकड़ों पौधे झुलसे

रांची। तीन वर्ष पहले किसानों ने पौधे के रूप में सपनों का बीजोरोपण किया था। हर दिन इस सपनों को सींच रहे थे। अब सपनों को पंख लगने वाले थे। अचानक अज्ञात लोगों के कारण उनके सपने आग में झुलस गये।

यह घटना झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड के दुबलिया गांव की है। यहां आम के बगान में आग लगने से प्लॉट में लगे करीब 3 हजार पौधे झुलस गये। पेड़ में लगे मंजर और नन्हे फल झुलस कर कर नष्ट हो गए।

किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्‍य से राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन योजना चलाई गई थी। इसके तहत संयुक्त कृषि प्रणाली को बढ़ावा देकर अधिक उत्पादन और किसानों को सतत लाभ दिलाना एवं प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना है।

योजना के तहत दुबलिया के 30 किसानों के एक समूह बनाकर आम के पौधे लगाए थे। इसमें शशि मुंडा, शिवशंकर मुंडा, अरुण मुंडा, रंजीत उरांव, रुमित उरांव, दीपक उरांव, परणा उरांव, राजेश मुंडा, मुन्ना मुंडा, जितेंद्र मुंडा, लक्ष्मण मुंडा, सोहन मुंडा सहित अन्‍य किसानों ने वर्ष 2017-18 और 2018-19 में लगभग सौ एकड़ निजी जमीन पर आम के पौधे लगाए गए थे। ये पौधे अब फूलने फलने लगे थे।

इसमें 2 फरवरी को अज्ञात व्यक्ति द्वारा आग लगा दिया गया। इससे वहां लगे लगभग 3 हजार पौधे जलकर नष्ट हो गए। आग लगने काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों का पूरा परिवार मर्माहत है। इस वर्ष किसानों ने अपने बागान में लगाये गए पौधों से फल लेने के उद्देश्य से मंजर नहीं तोड़ा था।