रांची। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री व झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के समर्थकों ने डुमरी उपचुनाव से पहले उनकी पार्टी के दो कार्यकर्ताओं का अपहरण कर लिया है।
वहीं, झामुमो ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे आधारहीन करार दिया। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि झामुमो के समर्थकों ने गिरिडीह जिले के जरीडीह में मथुरा सोरेन और जयप्रकाश मंडल का कथित तौर पर अपहरण कर लिया है।
बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि झामुमो डुमरी उपचुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार की बढ़ती लोकप्रियता से भयभीत हो गया है। राज्य सरकार भय का माहौल बना कर और ताकत के बल पर चुनाव को प्रभावित करना चाहती है।
मरांडी ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर पुलिस महानिदेशक से बात की है और अपहृत भाजपा कार्यकर्ताओं को मुक्त कराने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांवों में महिलाओं को धमकाया जा रहा है कि अगर वे राजग उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करती हैं, तो उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।
मरांडी ने कहा कि शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से मतदान कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, अगर कोई अवांछित घटना होती है, तो इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मरांडी ने आरोप लगाया है कि भाजपा के दो कार्यकर्ताओं का अपहरण किया गया है और इस संबंध में उन्होंने पुलिस महानिदेशक से बात की है। लेकिन वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि उक्त घटना को लेकर किस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह कुछ भी नहीं, बल्कि डुमरी की जनता को गुमराह करने की कोशिश है, क्योंकि उन्होंने राजग उम्मीदवार को खारिज कर दिया है। डुमरी उपचुनाव के लिए पांच सितंबर को मतदान होगा, जिसके लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम पांच बजे समाप्त हो गया।
बता दें कि अप्रैल में पूर्व शिक्षा मंत्री और झामुमो विधायक जगरनाथ महतो की मृत्यु के कारण यह उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है। महतो 2004 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।