रांची (Jharkhand)। झारखंड के 7 हजार स्कूलों में MDM और SSA का सोशल ऑडिट 10 अगस्त से शुरू हो गया है। ऑडिट करने के लिए डेट लाइन भी तय कर दिये गये है। इसका आदेश झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने 8 अगस्त को की जानकारी सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी है। आदेश में पूछे जाने वाले सवालों से शिक्षा विभाग की ही पोल खुलेगी।
दरअसल, वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 7 हजार विद्यालयों में MDM और SSA का सोशल ऑडिट होना है। सोशल ऑडिट संयुक्त रूप से 10 अगस्त, 2023 से किया जाना है। इसके आलोक में अगस्त 2023 से विद्यालयों में ऑडिट की प्रकिया का आरम्भ करने के लिए ऑडिट कैलेंडर भेजा जा चुका है।
ऑडिट के क्रम में शिक्षकों से संबंधित सवाल भी किए जाएंगे। इसमें शिक्षकों की संख्या को लेकर प्रश्न पूछे जाने हैं। पूछा जाएगा कि प्राथमिक विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक (कम से कम दो शिक्षक 60 नामांकन तक) और उच्च प्राथमिक विद्यालय में कम से कम तीन शिक्षक हैं क्या। उच्च प्राथमिक विद्यालय में कला शिक्षा के लिए अंशकालिक प्रशिक्षक नियुक्त की गई है क्या।
यह भी पूछा जाएगा कि उच्च प्राथमिक विद्यालय में पूर्णकालिक प्राध्यापक की नियुक्ति की गई है या नहीं। शिक्षक शिक्षण, आपदा राहत, चुनाव या जनगणना के अलावा अन्य कार्य में लगे हुए हैं। विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध हैं या नहीं।
जानकारी हो कि वर्तमान में राज्य में 3218 स्कूलों में 3144 हेडमास्टर के पद रिक्त हैं। कार्यरत सिर्फ 74 हैं। सोशल ऑडिट के क्रम में सवाल पूछे जाने पर यह सच्चाई भी सामने आएगी। इससे विभाग की पोल पट्टी खुलेगी।
इतना ही नहीं, कई स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं। कुछ स्कूल में जरूरत से काम कम शिक्षक कार्यरत हैं। चतरा के एक स्कूल में करीब 11 सौ विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए मात्र 4 शिक्षक हैं।